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भारत के रवि राठी के कांस्य पदक मुकाबले में एकतरफा अंदाज में हारने के बाद हंगरी के बुडापेस्ट में अंडर-23 विश्व कुश्ती प्रतियोगिता के ग्रीको रोमन वर्ग में भारत का हाथ खाली रहा। भारत ने दो रजत पदक हासिल कर इस प्रतियोगिता का समापन किया। रवि ने 97 किग्रा वर्ग में रेपचेज मुकाबले में कीर्गिस्तान के उजुर झुजुबेकोव को 3-1 से हराकर कांस्य पदक मुकाबले में प्रवेश किया।
ग्रीको रोमन वर्ग में 77 किग्रा में साजन कांस्य पदक मुकाबले में हारे थे, जबकि रवि को 97 किग्रा के कांस्य पदक मुकाबले में बेलारूस के दिमित्री कामिंस्की से 0-8 से हार का सामना करना पड़ा। भारत ने इस अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप में दो रजत पदक जीते। चैंपियनशिप में भारत को दो रजत पदक मिले। इनमें रविंदर ने पुरुषों के फ्री स्टाइल वर्ग में 61 किग्रा में जबकि पूजा गहलोत ने महिलाओं की 53 किग्रा में यह पदत जीता।
भारत ने पुरुषों के फ्रीस्टाइल रैंकिंग में सर्वश्रेष्ठ 11वां स्थान हासिल किया, जबकि महिला वर्ग में टीम 12वें स्थान पर रही। वहीं, ग्रीको रोमन वर्ग में उसे 15वें स्थान से संतोष करना पड़ा। भारत ने पिछली चैंपियनशिप के एक रजत पदक के प्रदर्शन में सुधार किया। भारत ने इससे पहले 2018 में केवल एक रजत पदक जीता था, जो उसे रवि कुमार दहिया ने दिलाया था।
ग्रीको रोमन में 55 किग्रा में अर्जुन हलाकुरकी, 63 किग्रा में रजीत, 87 किग्रा में सुनील कुमार, 60 किग्रा में सचिन राणा, 67 किग्रा में रविंदर, 72 किग्रा में राहुल, 82 किग्रा मेंनीरज और 130 किग्रा में दीपक पुनिया ने देश को निराश किया।
इस बार के नौ पहलवान क्वार्टरफाइनल में पहुंचे। पुरुष फ्रीस्टाइल, महिला और ग्रीको रोमन तीनों वगोर्ं में भारत के तीन-तीन पहलवान क्वार्टरफाइनल में पहुंचे। भारतीय पुरुष फ्रीस्टाइल टीम ने 48 अंकों के साथ 11वां, महिला टीम ने 12वां और ग्रीको रोमन टीम ने 15वां स्थान हासिल किया। भारत का इस प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2017 के पहले संस्करण में रहा था, जब बजरंग पुनिया, विनोद कुमार और रितु फोगाट ने रजत पदक जीते थे।