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लुईस हैमिल्टन ने अमेरिकी ग्रांड प्रिक्स में मर्सीडीज टीम के अपने साथी वालटेरी बोटास के पीछे दूसरे स्थान पर रहते हुए छठी बार फार्मूला वन विश्व खिताब जीत लिया है। ब्रिटेन के 34 साल के हैमिल्टन ने ग्रिड पर पांचवें जबकि फिनलैंड के बोटास ने पहले स्थान से शुरुआत की थी। इससे पहले हैमिल्टन ने रिकॉर्ड छठी बार ब्रिटिश ग्रांड प्रिक्स जीती थी।
चालक चैम्पियनशिप में हैमिल्टन 381 अंक के साथ पहले और और बोट्टास 314 अंक के साथ दूसरे स्थान पर हैं। फेरारी के चार्ल्स लेक्लर्क 249 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर हैं। हैमिल्टन ने दो बार रेस में बढ़त बनाई, लेकिन जब सिर्फ तीन लैप बचे थे तब बोटास ने उन्हें पीछे छोड़ दिया। हैमिल्टन टीम के अपने साथी ड्राइवर को इसके बाद पीछे नहीं छोड़ पाए, लेकिन उन्होंने रेड बुल के मैक्स वेरस्टापेन को आगे नहीं निकलने दिया।
हैमिल्टन ने 150वीं बार पोडियम पर जगह बनाई जबकि लगातार 31वीं बार अंक हासिल करने में सफल रहे। हैमिल्टन का यह छठा विश्व खिताब है और वह माइकल शुमाकर के रिकॉर्ड सात खिताब से सिर्फ एक खिताब पीछे हैं। उन्होंने इससे पहले 2008, 2014, 2015, 2017 और 2018 में खिताब जीता था।
बता दें कि लुई हैमिल्टन अबतक एफ-1 विश्व चैम्पियनशिप इतिहास की 1000 से ज्यादा रेस जीत चुके हैं। एफ-1 इतिहास में ब्रिटिश चालकों का बोलबाला रहा है। 1000 में से 279 बार ब्रिटेन के चालकों ने रेस में पहला स्थान हासिल किया है। इनमें लुइस हैमिल्टन सबसे आगे हैं।
वैसे एफ-1 इतिहास में सबसे अधिक जीत का रिकॉर्ड जर्मनी के चालक माइकल शूमाकर के नाम है। शूमाकर ने अपने करियर में कुल 91 रेसें जीती हैं। जर्मन चालक 178 बार पहला स्थान हासिल करने में सफल रहे हैं। एफ-1 इतिहास में सिर्फ ब्रिटेन, जर्मनी और ब्राजील के चालक 100 से अधिक रेसें जीत सके हैं।