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तीन घायलों की हालत गम्भीर, मृतकों में ग्वालियर का अनिकेत वरुण भी शामिल
खेलपथ प्रतिनिधि
ग्वालियर। कहते हैं मौत पर किसी का वश नहीं होता। आज सुबह मध्य प्रदेश की चार उदीयमान हाकी प्रतिभाएं सड़क हादसे में काल के गाल में समा गईं। इस हृदय-विदारक दुर्घटना में ग्वालियर के अनिकेत वरुण की भी मौत हो गई है जबकि अक्षय अवस्थी गम्भीर अवस्था में है। इस दुर्घटना ने एक बार पुनः मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग की अकर्मण्यता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जब हाकी टूर्नामेंट होशंगाबाद में खेला जा रहा है तो ये खिलाड़ी किसकी अनुमति से इटारसी गए तथा इनके साथ विभाग का कोई जवाबदेह अधिकारी क्यों नहीं था।
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में सोमवार सुबह एक कार दुर्घटना में चार राष्ट्रीय स्तर के हॉकी खिलाड़ियों अनिकेत वरुण (ग्वालियर), शाहनवाज खान (इंदौर), आदर्श हरदुवा (इटारसी) और आशीष लाल (जबलपुर) की मौत हो गई। इस भीषण दुर्घटना में घायल तीन खिलाड़ी अभी भी जीवन और मौत से जूझ रहे हैं। बताया जा रहा है कि कार में सवार सात हाकी प्रतिभाओं में चार की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार कार बेकाबू होकर पेड़ से टकरा गई, जिससे यह हादसा हुआ है।
सूत्रों की कही सच मानें तो मध्य प्रदेश राज्य एकेडमी की टीम इन दिनों होशंगाबाद में चल रहे मेजर ध्यानचंद हॉकी टूर्नामेंट में खेलने गई थी। इटारसी में एक हाकी खिलाड़ी के बेटे का जन्मदिन मनाने यह सातों खिलाड़ी होशंगाबाद से इटारसी गए थे। आज सुबह यह सातों खिलाड़ी वापस कार से होशंगाबाद आ रहे थे कि कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई और सड़क के नीचे जा गिरी। पुलिस सूत्रों के अनुसार इटारसी थाना क्षेत्र के रेसलपुर गांव के पास तेज गति से जा रही कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से टकरा गयी। इस वजह से चार खिलाड़ियों की मौत हो गयी और तीन अन्य घायल हुए हैं। घटनास्थल इटारसी से लगभग पांच और होशंगाबाद से चौदह किलोमीटर दूर है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने होशंगाबाद जिले में आज सड़क हादसे में चार हॉकी खिलाड़ियों के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि रैसलपुर गांव के पास हादसे में चार खिलाड़ियों का निधन दुखद है। उन्होंने खिलाड़ियों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि घायलों को समुचित इलाज मुहैया कराया जाए और प्रभावित परिवारों की हरसम्भव मदद की जाए। इस मामले में भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं लेकिन क्या जांच में सही तथ्य सामने आ पाएंगे, यह सोचनीय बात है। गौरतलब है कि इस समय खेल विभाग में आधा दर्जन से अधिक गम्भीर मामले जांच की आंच में तप रहे हैं लेकिन किसी मामले का फैसला अभी तक नहीं निकला है। इस दुर्घटना में मृत प्रतिभाओं को लेकर दुख मुझे भी है लेकिन इससे विभाग के जवाबदेह अपनी गलती से नहीं मुकर सकते।