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रविवार को विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप का समापन हो गया। आखिरी दिन भी अमेरिकी एथलीट्स का जलवा रहा और उन्होंने तीन गोल्ड मेडल जीते। अमेरिकी को इस चैंपियनशिप में कीनिया से कड़ी टक्कर मिली। वहीं भारत का प्रदर्शन हमेशा की तरह निराशाजनक रहा, भारतीय एथलीट इस चैंपियनशिप से खाली हाथ लौटे।
विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के आखिरी दिन रविवार को सभी की निगाहें महिलाओं की 100 मीटर फर्राटा बाधा दौड़ पर थीं। इस इवेंट में जमैका की गत चैंपियन डेनिएला विलियम्स खिताब बचाने उतरी थीं, लेकिन अमेरिका की 30 वर्षीय धाविका निया अली ने उन्हें पछाड़ अपनी बादशाहत कायम की। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन: दो बच्चों की मां निया ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 12.34 सेकंड का समय निकाल गोल्ड मेडल जीता। 2016 रियो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट निया अली ने विश्व रिकॉर्डधारक और हमवतन केनी हैरिसन के अलावा डेनिएला विलियम्स को भी पीछे छोड़ा। हैरिसन ने 12.46 सेंकड के साथ सिल्वर मेडल जीता जबकि डेनिएला उनसे सिर्फ 0.01 सेकंड पीछे रहीं। उन्हें ब्रोन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा।
कड़ी मेहनत का नतीजा: निया ने जून 2018 में बेटी को जन्म दिया था। फिर दो बच्चों की मां को वापसी के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। निया ने कहा कि आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई। उन्होंने कहा, इन प्रतिद्वंद्वियों ने प्रतिस्पर्धा का स्तर बढ़ा दिया था, लेकिन मैं जानती थी कि मुझे क्या करना है।