News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
चोटिल दीपा करमाकर की अनुपस्थिति में भारतीय जिम्नास्टों को शुक्रवार से शुरू हो रही विश्व कलात्मक जिम्नास्टिक्स चैम्पियनशिप में कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। भारतीयों को हालांकि पदक की उम्मीद नहीं होगी लेकिन वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेंगे। दीपा 2015 विश्व चैम्पियनशिप की वॉल्ट स्पर्धा में पांचवें स्थान पर रही थीं और भारत का यह इस चैम्पियनशिप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है जिसे देखते हुए शीर्ष तीन में पहुंचने की उम्मीद नहीं की जा सकती। ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय जिम्नास्ट दीपा रियो ओलंपिक के वाल्ट फाइनल्स में चौथे स्थान पर रही थीं। दीपा की अनुपस्थिति में महिला वर्ग में प्रभावित करने की जिम्मेदारी प्रणति नायक, प्रणति दास और अरूणा बुड्डा रेड्डी पर होगी जिन्हें पिछले महीने छह सदस्यीय भारतीय टीम में चुना गया। पुरुष वर्ग में 2010 एशियाई खेलों के कांस्य पदकधरी आशीष कुमार का प्रदर्शन महत्वपूर्ण होगा। टीम में योगेश्वर सिंह और आदित्य सिंह राणा भी मौजूद हैं। विश्व चैम्पियनशिप में ओलंपिक कोटे भी दांव पर लगे होंगे। शीर्ष 9 टीमें टोक्यो खेलों के लिये क्वालीफाई करेंगी।