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टीम इंडिया के नए बैटिंग कोच विक्रम राठौर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच से पहले कुछ अहम बातें कही हैं। उन्होंने बताया कि टीम मैनेजमेंट की ओर से युवा बल्लेबाजों को साफ संदेश दिया जा चुका है कि फीयरलेस (निडर) क्रिकेट और केयरलेस (लापरवाही) क्रिकेट के बीच लाइन है और उसका सभी को ध्यान रखना चाहिए। पिछले कुछ समय से युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अपने गैरजिम्मेदार शॉट्स की वजह से चर्चा में रहे हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की सीरीज का दूसरा टी20 इंटरनेशनल मैच मोहाली में बुधवार (18 सितंबर) को खेला जाना है। इस मैच से पहले उन्होंने कहा, 'कई बार हम टेकनीक पर कुछ ज्यादा ही ध्यान रखते हैं। इस लेवल पर माइंडसेट ज्यादा मायने रखता है, आपको अपना गेमप्लान सही तरीके से देखना होता है। जहां तक ऋषभ पंत की बात है वो शानदार खिलाड़ी हैं, उन्हें बस अपने गेमप्लान पर काम करने की जरूरत है। अपने खेल में उन्हें थोड़ा अनुशासन लाने की जरूरत है।' 'फीयरलेस और केयरलेस क्रिकेट में फर्क है' उन्होंने आगे कहा, 'सभी युवा बल्लेबाजों को ये समझने की जरूरत है कि फीयरलेस क्रिकेट और केयरलेस क्रिकेट के बीच एक महीन लाइन है। टीम मैनेजमेंट उनसे फीयरलेस क्रिकेट खेलने के लिए कह रहा है, आप केयरलेस नहीं हो सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि वो इतने स्मार्ट हैं कि इस बात को समझेंगे।' हाल ही में विराट कोहली ने कहा था कि किसी भी युवा क्रिकेटर को इस लेवल पर पांच से ज्यादा मौके मिलने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। इस पर विक्रम राठौर ने कहा, 'वे (कोहली और हेड कोच रवि शास्त्री) पांच मैच कह चुके हैं, लेकिन ये स्पेसिफिक नंबर नहीं है। उनका कहने का मतलब था कि आपको जब मौका मिले तो उसका फायदा उठाइये। युवा क्रिकेटर काफी क्रिकेट खेल चुके हैं। वो बहुत अच्छा खेलकर यहां तक पहुंचे हैं। मुझे नहीं लगता कि ये कोई बड़ा मुद्दा है। टीम उनको पूरी तरह से बैक कर रही है।' 'हम चाहते हैं कि वो खुलकर शॉट्स खेले' पंत को लेकर राठौर ने कहा, 'हम चाहते हैं कि वो अपने सभी शॉट खुलकर खेले। यही चीज उसको सबसे अलग लाकर खड़ा करती है। वो इंपैक्टफुल खिलाड़ी है लेकिन वो केयरलेस नहीं हो सकता है।' श्रेयस अय्यर और मनीष पांडे को मिडिल-ऑर्डर में वापसी का मौका मिला है, राठौर से पूछा गया कि क्या दोनों भारत के मिडिल ऑर्डर की समस्या को दूर कर पाएंगे? इस पर राठौर ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि दोनों इस मौके का फायदा उठाएं। दोनों ही काफी अच्छे क्रिकेटर हैं और डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छा काम भी किया है। मुझे भरोसा है कि वो दोनों अच्छी वापसी करेंगे उन्हें बस और कंसिस्टेंट होने की जरूरत है।' 'आने वाले 20-21 मैच अहम होंगे' टीम इंडिया अगले साल होने वाले आईसीसी वर्ल्ड ट्वंटी20 की तैयारियों में जुट चुकी है। कप्तान विराट कोहली पहले ही साफ कर चुके हैं कि उन्हें बल्लेबाजी में गहराई चाहिए ऐसे में ऑलराउंडर कुणाल पांड्या और वॉशिंगटन सुंदर से उम्मीद बढ़ जाती है। राठौर ने इस पर कहा, 'टी20 टीम में हमारे पास इतने सारे ऑलराउंडर्स हैं और ये टीम के लिए काफी अच्छा है। पिछले कुछ समय में हमने टी20 को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन अब हम आईसीसी वर्ल्ड ट्वंटी20 की तैयारियों में जुट चुके हैं। आने वाले 20-21 मैच हमारे लिए काफी अहम होंगे। बल्लेबाजी अगर डीप होगी तो हम शुरू से तेजी से बल्लेबाजी कर सकते हैं। हम इन मैचों में कुछ अलग एक्सपेरिमेंट करते रहेंगे और देखते हैं ये हमारे लिए कैसे काम करता है। 'बारिश में धुल गया मेरा डेब्यू मैच' अपने नए रोल को लेकर विक्रम राठौर ने कहा, 'अभी बहुत जल्दी है। मैं इस बात पर हंस रहा था कि मेरा डेब्यू मैच बारिश में धुल गया और वो भी मेरे होम ग्राउंड पर। पंजाब भी मेरे लिए होम ग्राउंड ही है। 2012 से 2016 के बीच मैं नेशनल सिलेक्शन सिस्टम का हिस्सा रहा हूं। इस बार मेरा काम अलग है। कोचिंग कुछ ऐसा है जिसका मैं लुत्फ उठाता हूं। मुझे इसका आदी होने में कुछ समय लगेगा।'