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बुल्गारिया के ग्रिगोर दिमित्रोव ने 20 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन रोजर फेडरर को हराकर उलटफेर करते हुए अमेरिकी ओपन के सेमीफाइनल में प्रवेश किया जहां उनका सामना दानिल मेदवेदेव से होगा। इस तरह 28 साल में पहली बार निचली रैंकिंग पर काबिज खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंचा है। 78वीं रैंकिंग के दिमित्रोव ने मंगलवार को शानदार वापसी करते हुए स्विट्जरलैंड के तीसरे वरीय फेडरर को तीन घंटे 12 मिनट तक चले मुकाबले में 3-6, 6-4, 3-6, 6-4, 6-2 से शिकस्त दी और अब शुक्रवार को सेमीफाइनल में उनका सामना रूस के 5वें वरीय मेदवेदेव से होगा। 5 बार के अमेरिकी ओपन चैम्पियन फेडरर ने 2008 के बाद से फ्लशिंग मिडोज में जीत हासिल नहीं कर सके हैं। उन्होंने पहला सेट 29 मिनट में जीत लिया था लेकिन दिमित्रोव ने दूसरे सेट को अपने नाम कर बराबरी हासिल की। फेडरर इसके बाद फिर अगले सेट को जीतकर आगे हो गये लेकिन दिमित्रोव ने चौथा और पांचवां सेट हथिया कर उलटफेर किया। पांचवें सेट में दिमित्रोव ने 4-0 की बढ़त बनाने के दौरान दो बार फेडरर की सर्विस तोड़ी और 6-2 से जीत लिया। मैच के दौरान फेडरर को गर्दन के करीब पीठ के उपचार के लिये मेडिकल टाइमआउट भी लेना पड़ा। दिमित्रोव ने कहा, ‘यह पांच सेट का अच्छा मुकाबला था। कुछ भी हो सकता था।’ अमेरिकी ओपन में पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचने वाले दिमित्रोव ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं। मैं अपने आप से यही कह रहा था कि मैं मैच में बना रहूं।’ वह अपने कैरियर स्लैम में यहां तक केवल 2014 विम्बलडन और 2017 आस्ट्रेलियाई ओपन में पहुंचे थे। उनसे पहले 174वीं रैंकिंग के जिम्मी कोनोर्स ही न्यूयार्क में 1991 में क्वार्टरफाइनल तक पहुंचे थे। 23 वर्षीय मेदवेदेव ने 3 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन स्टान वावरिंका को 7-6, 6-3, 3-6, 6-1 से मात देकर पहले मेजर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। मेदवेदेव अगस्त में तीन एटीपी फाइनल में पहुंचने के बाद यहां पहुंचे जिसमें से उन्होंने सिनसिनाटी में खिताब जीता था और वह मांट्रियल और वाशिंगटन में उप विजेता रहे थे। बुधवार को होने वाले क्वार्टरफाइनल में स्पेन के दूसरे वरीय और 18 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन राफेल नडाल का सामना अर्जेंटीना के 20वें वरीय डिएगो श्वाट्र्जमैन से होगा जबकि फ्रांस के 13वें वरीय गेल मोफिंल्स की भिड़ंत इटली के 24वें वरीय माटियो बेरेटिनी से होगी।
दर्द को हार के लिये बहाना नहीं बनाया फेडरर ने अमेरिकी ओपन के क्वार्टर फाइनल में ग्रिगोर दिमित्रोव से हारने का रोजर फेडरर को मलाल है लेकिन पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द से जूझ रहे इस धुरंधर ने हार के लिये इसे जिम्मेदार नहीं ठहराया। पिछले सातों मुकाबलों में दिमित्रोव को हराने वाले फेडरर पहला और तीसरा सेट जीतने के बावजूद पांच सेटों का मुकाबला हार गये। 5 बार के अमेरिकी ओपन चैम्पियन को पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द के कारण आखिरी सेट से पहले मेडिकल टाइम आउट लेकर कोर्ट से बाहर भी गये। उन्होंने हालांकि कहा कि वह चोट के कारण नहीं हारे। उन्होंने कहा,‘पूरे समय मुझे दर्द हो रहा था लेकिन इसके बावजूद मैं खेल पा रहा था। मैं इस वजह से नहीं बाहर गया। आज का दिन ग्रिगोर का था।’ उन्होंने कहा,‘मैंने अपनी ओर से पूरी कोशिश की। दर्द इतना भी नहीं था कि मैं कोर्ट छोड़ दूं। ग्रिगोर मुझसे बेहतर खेला।’ फेडरर ने कहा, ‘मुझे दुख है कि मैं अच्छी शुरूआत के बावजूद उस लय को कायम नहीं रख सका। एक मौका हाथ से निकल गया।’
सेरेना की अमेरिकी ओपन में रिकार्ड 100वीं जीत
सेरेना विलियम्स ने अमेरिकी ओपन में 100वीं जीत दर्ज करते हुए सिर्फ 44 मिनट तक चले मुकाबले में वांग कियांग को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उसका सामना उक्रेन की एलिना स्वितोलिना से होगा। 6 बार की अमेरिकी ओपन चैम्पियन सेरेना ने चीन की 18वीं वरीयता प्राप्त वांग को 6-1, 6-0 से मात दी। सेरेना ने कहा,‘यह अद्भुत है। मैंने जब पहली बार अमेरिकी ओपन खेला, तब मैं 16 साल की थी। मुझे कभी नहीं लगा था कि मैं 100 मैच खेलूंगी और यहां तक पहुंचूंगी।’ सेरेना की नजरें मार्गरेट कोर्ट के 24 ग्रैंडस्लैम के रिकार्ड पर है। उन्होंने 2017 आस्ट्रेलियाई ओपन के बाद कोई ग्रैंडस्लैम नहीं जीता। 5वीं वरीयता प्राप्त स्वितोलिना ने ब्रिटेन की जोहाना कोंटा को 6-4, 6-4 से हराया। वह अमेरिकी ओपन सेमीफाइनल में पहुंचने वाली उक्रेन की पहली खिलाड़ी है। उसने वीनस विलियम्स और 2017 की उपविजेता मेडिसन कीस को भी इस बार हराया। अन्य क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में कनाडा की बियांका आंद्रिस्कू का सामना बेल्जियम की 25वीं वरीयता प्राप्त एलिसे मर्टेंस से होगा। वहीं स्विटजरलैंड की 13वीं वरीयता प्राप्त बेलिंडा बेंचिच का सामना क्रोएशिया की 23वीं वरीयता प्राप्त डोन्ना वेकिच से होगा।