पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि वह हॉकी के तीन बार ओलंपियन रहे बलबीर सिंह सीनियर को देश के सवोर्च्च सम्मान भारत रत्न से नवाजे जाने की सिफारिश करेंगे। कैप्टन सिंह मंगलवार को हॉकी खिलाड़ी बलबीर का हालचाल जानने पीजीआई गये और उन्हें महाराजा रंजीत सिंह अवॉर्ड से सम्मानित किया। बलबीर सीनियर लंबे समय से पीजीआई में भर्ती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बलबीर सीनियर जैसे महान खिलाड़ियों ने खेल के क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया है और उनका सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसे समय पर मिल्खा सिंह, बिशन सिंह बेदी, अजीत पाल सिंह सरीखे धुरंधर खिलाड़ियों का जिक्र करने पर खुशी हो रही है। यह अवॉर्ड उभरती प्रतिभाओं को कुछ नया कर दिखाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि यह अवॉर्ड 1978 में शुरू किया गया था जिसके तहत दो लाख नकद, एक ब्लेजर और महाराजा रंजीत सिंह की ट्रॉफी दी जाती है।
बता दें कि 94 साल के बलबीर सिंह लंदन ओलंपिक-1948, हेलसिंकी ओलंपिक-1952 और मेलबर्न ओलंपिक-1956 में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। वह मेलबर्न ओलंपिक में तो टीम के कप्तान और भारतीय ओलंपिक दल के ध्वजवाहक थे। इसके अलावा वे 1975 में विश्व कप जीतने वाली टीम के मैनेजर भी थे।