News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
इस साल नवम्बर में जयपुर बनेगा इन खेलों का केंद्र
खेलपथ संवाद
जयपुर। राजस्थान को पहली बार खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी का अवसर मिला है। खेल मंत्री राजवर्धन सिंह राठौड़ ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि यह राष्ट्रीय स्तर का आयोजन 8 से 22 नवम्बर 2025 के बीच जयपुर में आयोजित किया जाएगा। देशभर के 6000 से अधिक खिलाड़ी और लगभग 2000 अधिकारी इस आयोजन में हिस्सा लेंगे।
राजवर्धन सिंह राठौड़ ने बताया कि इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का आयोजन राजस्थान स्पोर्ट्स काउंसिल, राजस्थान यूनिवर्सिटी और पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के संयुक्त सहयोग से किया जाएगा। आयोजन के लिए सवाई मानसिंह स्टेडियम, जगतपुरा शूटिंग रेंज, राजस्थान पुलिस अकादमी, विद्याधर नगर स्टेडियम सहित कई प्रमुख स्थानों को चुना गया है। इन सभी स्थलों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप उन्नत किया जा रहा है।
राठौड़ ने बताया कि प्रतियोगिता के दौरान 25 से अधिक खेलों में खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। इनमें आर्चरी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बॉक्सिंग, जूडो, कबड्डी, हॉकी, टेबल टेनिस, शूटिंग, रेसलिंग, योगासन, मलखंब, वूशु, चेस, स्क्वैश, हैंडबॉल और अन्य खेल शामिल हैं। केंद्र सरकार द्वारा खेलों की सूची में कुछ बदलाव भी किए जा सकते हैं। खेल मंत्री ने कहा कि इस आयोजन के दौरान जयपुर आने वाले सभी खिलाड़ियों को 3 स्टार और 4 स्टार होटलों में ठहराया जाएगा। खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जिससे उन्हें बेहतरीन अनुभव मिल सके।
टारगेट ओलम्पिक योजना भी होगी लागू
राठौड़ ने बताया कि टारगेट ओलंपिक कार्यक्रम के तहत राजस्थान के होनहार खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें विशेष प्रशिक्षण, बेहतर सुविधाएं और आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसका उद्देश्य प्रदेश से ओलंपिक स्तर के खिलाड़ी तैयार करना है।
केंद्र और राज्य मिलकर उठा रहे खर्च
इस आयोजन की तैयारी के लिए 20 करोड़ रुपये की राशि केंद्र सरकार के खेल मंत्रालय द्वारा स्वीकृत की जा चुकी है। शेष खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। राठौड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खेलो इंडिया मुहिम ने देशभर में खेलों को लेकर जागरूकता और संसाधनों में वृद्धि की है, जिसका लाभ अब राजस्थान को भी मिलेगा। खेल मंत्री ने यह भी घोषणा की कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के बाद राजस्थान में एक बड़ा टैलेंट हंट प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य है प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से खेल प्रतिभाओं की खोज और उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करना।