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रोहित-विराट की गैरमौजूदगी में भी टीम इंडिया मजबूत
खेलपथ संवाद
लीड्स। इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज जो रूट का मानना है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली की गैरमौजूदगी के बावजूद भारतीय टीम मजबूत नजर आ रही है। उनकी तैयारियां अच्छी हैं। बता दें कि, पिछले महीने भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाजों ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया था। इसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुभमन गिल को टेस्ट टीम की कप्तानी सौंपी। अब गिल के नेतृत्व में भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र (2025-27) की शुरुआत करेगी।
34 वर्षीय रूट ने बुधवार को स्काई स्पोर्ट्स के कमेंटेटर और टीम के अपने पूर्व साथी स्टुअर्ट ब्रॉड से कहा- 'आप केवल उत्साहित हो सकते हैं। ये वे सीरीज हैं जिनके लिए आप खेलते हैं। हमारे सामने जो अवसर हैं वे शानदार हैं। आप जानते हैं कि एशेज आ रही है और आपसे इसके बारे में पूछा जाएगा। लोग भारत सीरीज में होने वाली घटनाओं को इससे जोड़कर देखेंगे लेकिन आपको एक शानदार टीम के खिलाफ काम करना होगा।
आप सभी प्रारूपों में एक टीम के रूप में भारत की प्रगति को देखें और उन्होंने सभी विभागों में काम किया है- शानदार तेज गेंदबाजी आक्रमण, प्रतिभाशाली बल्लेबाज और एक बहुत ही मजबूत स्पिन आक्रमण। वे दुनिया में कहीं भी प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हैं लेकिन घरेलू मैदान पर हमारा रिकॉर्ड शानदार है जो इस श्रृंखला को प्रतिस्पर्धी बनाता है। हम इस सीरीज में आत्मविश्वास के साथ उतरेंगे लेकिन साथ ही उनके लिए बहुत सम्मान के साथ भी उतरेंगे।'
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ज्योफ्री बॉयकॉट ने मेजबान देश के खिलाड़ियों से अपनी बल्लेबाजी की बैजबॉल (हमेशा आक्रामक होकर खेलने की शैली) शैली पर लगाम लगाने और सामान्य ज्ञान का इस्तेमाल करने का आग्रह किया है लेकिन रूट ने कहा कि इसे बैजबॉल कहना सही होगा। रूट ने कहा- 'यह हमेशा नहीं बताया जा सकता है कि यह वास्तव में कैसा है – मुझे नहीं लगता कि इसे बैजबॉल कहना सही होगा। यह स्पष्ट रूप से एक बड़ा बदलाव है और यह बहुत सी टीमों के खेलने के तरीके से अलग है लेकिन इसे जितना माना जाता है, उससे कहीं अधिक इसका एक तरीका है।'
द्रविड़ की कप्तानी में मिली थी जीत
भारत ने आखिरी बार 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ उसके घर में टेस्ट सीरीज जीती थी। उस वक्त तीन मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से जीत दर्ज करने में सफल रहा था। 2007 के बाद से भारतीय टीम चार बार इंग्लैंड दौरे पर गई, लेकिन जीत का स्वाद नहीं चख सकी। 2011 में वनडे विश्व कप जीतने के बाद भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया। उस वक्त टीम महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में खेलने गई, लेकिन चार मैचों की टेस्ट सीरीज में एक भी मुकाबला नहीं जीत सकी और मेजबान टीम ने भारत को 4-0 के अंतर से हराया।