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पूजा ने ऊंची कूद में लहराया परचम, पारुल को रजत
खेलपथ संवाद
गुमी (दक्षिण कोरिया)। भारतीय एथलीट गुलवीर सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीत लिया। उन्होंने पुरुष 5000 मीटर फाइनल में एक दशक पुराना टूर्नामेंट रिकॉर्ड तोड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया। भारत को पूजा ने ऊंची कूद में स्वर्ण पदक के साथ बड़ी सफलता दिलाई। इस 18 साल की खिलाड़ी ने अपने अंतिम से पहले प्रयास में 1.89 मीटर की छलांग के साथ उज्बेकिस्तान की सफीना सादुल्लाएवा (1.86 मीटर) को पछाड़ा।
राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक गुलवीर ने 13:24.77 सेकेंड का समय लिया और स्वर्ण जीता। उन्होंने थाईलैंड के कीरेन तुंटिवेट को पछाड़ा जिन्होंने 13:24.97 सेकेंड का समय लिया, जबकि जापान के नागिया मोरी 13:25.06 सेकेंड के साथ तीसरे स्थान पर रहे। इस टूर्नामेंट में इस स्पर्धा का पिछला रिकॉर्ड कतर के मोहम्मद अल गार्नी के नाम था जिन्होंने 2015 सीजन में 13:34.47 सेकेंड का समय लिया था।
गुलवीर के लिए यह जीत दोहरी खुशी जैसी है क्योंकि उन्होंने इस टूर्नामेंट के शुरुआती दिन 10000 मीटर में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। गुलवीर ने 10000 मीटर में 28:38.63 सेकेंड का समय लिया था। गुलवीर इस प्रदर्शन के दम पर उन भारतीय एथलीटों की एलीट सूची में शामिल हो गया है जिन्होंने एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुष 5000 मीटर वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। उनसे पहले गोपाल सैनी (1981), बहादुर प्रसाद (1993) और जी. लक्ष्मण (2017) ऐसा कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश से आने वाले 26 वर्षीय गुलवीर ने 2023 सीजन में कांस्य पदक जीता था।
स्वर्ण का बचाव नहीं कर सकीं पारुल
महिला 3000 मीटर स्टीपलचेज में हालांकि, निराशा हाथ लगी और गत चैम्पियन पारुल चौधरी अपने स्वर्ण पदक का बचाव नहीं कर सकीं। पारुल ने 9:12.46 सेकेंड का समय लिया और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। पारुल को कजाखस्तान की नोरा जेरुतु तानुई ने हराया जिन्होंने 9:10.46 सेकेंड का समय लिया। कजाखस्तान की डेजी जेपकेमेई ने 9:27.51 सेकेंड के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। प्रतियोगिता में अब भारत के पदकों की संख्या 17 (सात स्वर्ण, सात रजत और तीन कांस्य) हो गई है।