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यह बेटियां गोरखपुर में लगे शिविर में कर रही हैं अभ्यास
खेलपथ संवाद
वाराणसी। प्रतिभा किसी घर में जन्म ले सकती है। वह गरीब-अमीर नहीं बल्कि काबिलियत का सूचक होती है। हाल ही में वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्र के मजदूर की बेटियों का हैंडबॉल की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता फेडरेशन कप के लिए चयन हुआ है। इसमें हिस्सा लेने के लिए चयनित चारों खिलाड़ी गोरखपुर शिविर में अभ्यास कर रही हैं।
36वीं सीनियर राष्ट्रीय महिला-पुरुष फेडरेशन कप हैंडबॉल प्रतियोगिता गोरखपुर में 23 से 26 मई तक खेली जाएगी। प्रादेशिक टीम के शिविर में मजदूरों की बेटियां वाराणसी की रेशमा यादव, नैना यादव, ऊषा प्रजापति और सुमन यादव शामिल हैं।
चारों खिलाड़ी राष्ट्रीय हैंडबॉल प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। वे बाबू आरएन सिंह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स परमानंदपुर में डॉ. आशा सिंह की देखरेख में अभ्यास करती हैं। वाजिदपुर निवासी सुमन यादव तीन नेशनल खेल चुकी हैं। उनके पिता राजगीर मिस्त्री हैं। उन्हें विपक्षी खिलाड़ी को छकाते हुए जंप लेकर तेज शॉट मारने में महारत है।
चमाव निवासी रेशमा यादव खेलो इंडिया यूथ नेशनल में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। एकलव्य पुरस्कार से सम्मानित तीन नेशनल खेल चुकी हैं। पिता ठेकेदारी करते हैं। नैना यादव राष्ट्रीय खेलो के अलावा तीन राष्ट्रीय प्रतियोगिता और फेडरेशन कप में उत्तर प्रदेश की तरफ से खेल चुकी हैं। इस फॉरवर्ड खिलाड़ी के पिता राजगीर मिस्त्री हैं। हटिया निवासी ऊषा प्रजापति तीन नेशनल खेल चुकी हैं। ऊषा के पिता मिट्टी निकालने का काम करते हैं। कई बार शानदार गोलकीपिंग कर उत्तर प्रदेश को पदक दिला चुकी हैं।