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खबरनवीस ने पूछा था- दुबई में खेलने से भारत को हुआ फायदा?
भारत पिच नहीं बल्कि अपने प्रदर्शन पर निर्भर रहती है
खेलपथ संवाद
लाहौर।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला पाकिस्तानी पत्रकार के उस सवाल पर भड़क गए जिसमें उन्होंने उससे पूछा कि क्या चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत को दुबई में खेलने का फायदा हो रहा है? इस आईसीसी टूर्नामेंट का मेजबान पाकिस्तान है, लेकिन भारत ने इसके लिए पड़ोसी देश की यात्रा करने से इन्कार कर दिया था जिसके बाद आईसीसी ने भारत के सभी मुकाबले दुबई में कराने का फैसला किया था।
कई क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को एक ही स्थान पर खेलने का फायदा हो रहा है। राजीव शुक्ला दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच लाहौर में खेले गए दूसरे सेमीफाइनल मैच देखने गए थे और उस दौरान उनसे यही सवाल पूछा गया। बीसीसीआई उपाध्यक्ष इस सवाल पर भड़क गए और उन्होंने पाकिस्तानी पत्रकार को करारा जवाब दिया। राजीव ने कहा कि भारत पिच नहीं, बल्कि अपने प्रदर्शन पर निर्भर रहती है।
राजीव शुक्ला ने कहा, जब आईसीसी स्तर पर यह निर्णय लिया गया था तो यह तय किया गया था कि भारत के मैच दुबई में होंगे और बाकी मैच पाकिस्तान में होंगे इसलिए यह निष्पक्ष या अनुचित का सवाल नहीं है। भारतीय टीम पिचों पर निर्भर नहीं करती है, यहां तक कि दुबई में भी अलग-अलग तरह की पिचें हैं। टीम अपने प्रदर्शन के आधार पर खेलती है, खिलाड़ी अपनी ताकत के आधार पर खेलते हैं और पिचों पर निर्भर नहीं होते हैं।
'तटस्थ स्थल पर द्विपक्षीय सीरीज खेलना बीसीसीआई की नीति नहीं'
राजीव शुक्ला से इस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच तटस्थ स्थल पर द्विपक्षीय सीरीज की संभावनाओं के बारे में भी पूछा गया। इसे लेकर बीसीसीआई उपाध्यक्ष ने कहा कि यह बहुत स्पष्ट है कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट की बहाली भारत सरकार की मंजूरी के अधीन है। वहीं, द्विपक्षीय सीरीज तटस्थ स्थल पर खेलना बीसीसीआई की नीति नहीं रही है। उन्होंने कहा, जहां तक आप दोनों देशों के बीच क्रिकेट के बारे में पूछ रहे हैं तो यह बहुत स्पष्ट है कि यह भारतीय सरकार का फैसला है। भारत की सरकार जो भी कहेगी, हम उनके अनुसार चलेंगे। पाकिस्तान लम्बे समय के बाद किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है और यह अच्छी बात है। उन्होंने इसका अच्छे से आयोजन किया है।
बीसीसीआई उपाध्यक्ष ने कहा, यह सच है कि दोनों देशों के प्रशंसक चाहते हैं कि टीमें खेलें, लेकिन बीसीसीआई की नीति रही है कि द्विपक्षीय मैच एक-दूसरे की धरती पर ही होने चाहिए ना कि तटस्थ स्थल पर और पीसीबी की भी ऐसी ही नीति होगी। बीसीसीआई की लगातार यही नीति रही है। आईसीसी में भी एक प्रावधान है जो सरकार की सहमति के बारे में है। यह एक बड़ा प्रावधान है इसलिए यह सरकार की सहमति के दृष्टिकोण से होता है। हम अपनी बात सरकार के सामने रखते हैं, लेकिन वे विचार-विमर्श के बाद फैसला करते हैं। जब सरकार कोई फैसला लेती है तो वह कई पहलुओं पर विचार करने के बाद लेती है। यह उनका आंतरिक मामला है।
लम्बे समय से नहीं हो रही द्विपक्षीय सीरीज
भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से द्विपक्षीय सीरीज नहीं हो रही है। भारत ने आखिरी बार 2008 में एशिया कप के दौरान पाकिस्तान का दौरा किया था। पाकिस्तान की टीम हालांकि वनडे विश्व कप 2023 में भाग लेने के लिए भारत दौरे पर आई थी। इन दोनों देशों के बीच 2012-13 में द्विपक्षीय सीरीज खेली गई थी और तब से भारत और पाकिस्तान आईसीसी या बहुराष्ट्रीय देशों के टूर्नामेंट में ही एक दूसरे के खिलाफ खेलते हैं। भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंच गई है, जबकि पाकिस्तान का सफर ग्रुप चरण में ही थम गया था।