Visit Website
Logout
Welcome
Logout
Dashboard
Social Links
Advertisment
Add / Edit Category
Add News
All News
Newspaper
Book
Videos
Bottom Marquee
About
Sampadika
Contact
Change Password
Dashboard
News Edit
Edit News Here
News Title :
News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
News Image:
Category:
अपनी बात
शख्सियत
साक्षात्कार
आयोजन
मैदानों से
ग्वालियर
राज्यों से
क्रिकेट
स्लाइडर
प्रतिभा
अंतरराष्ट्रीय
शिक्षा
Description:
खेल मंत्रालय ने खिलाड़ियों की संख्या 179 से घटाकर 94 कर दी
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
खेल मंत्रालय की टारगेट ओलम्पिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) के कोर ग्रुप को हाल में खिलाड़ियों के प्रदर्शन की समीक्षा के बाद 179 से घटाकर 94 कर दिया गया है जिसमें भारत के कुछ बड़े खिलाड़ियों के नाम हटा दिए गए हैं क्योंकि टेनिस, तैराकी और गोल्फ को कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला है जबकि मुक्केबाजी और एथलेटिक्स में संख्या काफी कम कर दी गई।
इसमें भी जिन 94 खिलाड़ियों को चुना गया है उनमें से मात्र 42 ही शारीरिक रूप से सक्षम एथलीट हैं जो पिछली सूची से 78 कम है। पेरिस पैरालम्पिक में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों सहित 52 पैरा-एथलीट कोर ग्रुप में हैं जो उनके बढ़ते कद और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते प्रदर्शन को दर्शाता है जिसमें पेरिस में जीते गए 29 पदक (सात स्वर्ण) शामिल हैं।
इस सूची में 2028 लॉस एंजिल्स ओलम्पिक के क्वालीफिकेशन चक्र में प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों को जोड़ा या हटाया जाना जारी रहेगा। टॉप्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एनएस जोहल ने बताया कि, 'यह आज तक के प्रदर्शन के आधार पर देखी गई क्षमता का सच्चा, पारदर्शी और यथार्थवादी प्रतिबिंब है।'
नए समूह में शामिल होने के लिए खिलाड़ियों को या तो पेरिस पदक विजेता होना चाहिए था या खेलों के ड्रॉ में आगे तक बढ़ना चाहिए था या विश्व रैंकिंग में शीर्ष 16 में होना चाहिए था। पिछली सूची में एथलेटिक्स में 30 नाम शामिल थे लेकिन अब अपडेट किए गए ग्रुप में केवल तीन एथलीट हैं और उनमें से कोई भी महिला नहीं है।
भाला सुपरस्टार नीरज चोपड़ा, स्टीपलचेजर अविनाश साबले और लम्बी कूद के खिलाड़ी एम श्रीशंकर समूह में ट्रैक और फील्ड के खिलाड़ी हैं। जिन प्रमुख खिलाड़ियों को सूची से बाहर किया जाना है, उनमें एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाले चक्का फेंक खिलाड़ी तजिंदरपाल सिंह तूर, राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी भाला फेंक खिलाड़ी अन्नू रानी और दो बार एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाले धावक मोहम्मद अनस याहिया शामिल हैं।
मुक्केबाजी का प्रतिनिधित्व भी आठ से घटकर मात्र दो रह गया है और इनमें से कोई भी पुरुष मुक्केबाज नहीं है। केवल टोक्यो ओलंपिक की कांस्य विजेता लवलीना बोरगोहेन और विश्व चैम्पियन निकहत जरीन ही सूची में जगह बना पाई हैं। के. श्रीकांत और युगल विशेषज्ञ अश्विनी पोनप्पा सबसे स्थापित बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, जिन्हें सूची से बाहर रखा गया है जिसमें पीवी सिंधु, एचएस प्रणय, लक्ष्य सेन और सात्विकसाईराज रंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी की युगल टीम को शामिल किया गया है।
निशानेबाजी का उच्च प्रतिनिधित्व जारी है। लेकिन कुल संख्या 25 से घटकर 17 हो गई है। विश्व चैम्पियनशिप के पदक विजेता दिव्यांश सिंह पंवार (राइफल) और अनीश भानवाला (पिस्टल) की जोड़ी को बाहर रखा गया है। गोल्फ, तैराकी और टेनिस से कोई खिलाड़ी नहीं है। भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी सुमित नागल और अनुभवी रोहन बोपन्ना को जगह नहीं मिली क्योंकि मंत्रालय ने गोल्फ और तैराकी के साथ टेनिस को भी नई सूची से हटा दिया।
टेबल टेनिस समूह से भी भारी कटौती की गई है जिसमें केवल मनिका बत्रा और श्रीजा अकुला को ही जगह मिली है। अनुभवी ए शरत कमल अब इस सूची में नहीं हैं और न ही जी साथियान है। टोक्यो ओलंपिक के रजत विजेता रवि दहिया का नाम चोट के कारण ब्रेक के कारण सूची से बाहर हो गया। इसके अलावा विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के नाम भी गायब हैं जो अब कांग्रेस पार्टी में सक्रिय राजनेता हैं। विनेश हरियाणा में विधायक हैं।