News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
सुरेंदर सिंह के 2008 में बनाये कीर्तिमान पर पानी फेरा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। हांगझोउ एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता गुलवीर सिंह ने सत्र की शानदार शुरुआत करते हुए बोस्टन में बीयू डेविड हेमेरी वेलेंटाइन इंविटेशनल टूर्नामेंट में पुरुषों का 3000 मीटर इंडोर रेस का 16 साल पुराना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा। सेना के 26 वर्ष के धावक ने सात मिनट 38.26 सेकंड का समय निकाला। उन्होंने सुरेंदर सिंह का 2008 में बनाया सात मिनट 49.47 सेकंड का रिकॉर्ड तोड़ा। गुलवीर की नजरें विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2025 में पुरुषों के 10000 मीटर के लिये क्वालीफाई करने पर लगी है जिसमें 27 मिनट प्रवेश मार्क है। उन्होंने एशियाई खेलों में 10000 मीटर में कांस्य पदक जीता था। गुलवीर सिंह ने अपनी तेज रफ्तार और धैर्यपूर्ण दौड़ के साथ 16 साल पुराना राष्ट्रीय रिकॉर्ड ध्वस्त किया। यह रिकॉर्ड सुरेंदर सिंह के नाम था, जो अब कोच के रूप में खेल जगत में योगदान दे रहे हैं। गुलवीर की इस उपलब्धि ने न केवल भारतीय एथलेटिक्स में एक नया अध्याय जोड़ा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का मान बढ़ाया। विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 पर नजरें गुलवीर सिंह की अगली चुनौती विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 है, जहां वे 10000 मीटर रेस में 27 मिनट प्रवेश मार्क को हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. उन्होंने हांगझोउ एशियाई खेलों में 10000 मीटर में कांस्य पदक जीतकर पहले ही अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है. अब उनकी नजरें विश्व मंच पर खुद को साबित करने पर टिकी हैं। गुलवीर की उपलब्धि पर कोच सुरेंदर सिंह की प्रतिक्रिया गुलवीर द्वारा रिकॉर्ड तोड़े जाने पर सुरेंदर सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, "यह भारतीय एथलेटिक्स के लिए गर्व का क्षण है। गुलवीर ने अपनी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है और मुझे यकीन है कि वह भविष्य में और भी ऊंचाइयों को छुएंगे।" भविष्य की संभावनाएं और चुनौतियां गुलवीर सिंह की यह उपलब्धि भारतीय एथलेटिक्स में नई उम्मीदें जगा रही है. उनकी बेहतरीन फिटनेस और तेज गति उन्हें आगामी प्रतियोगिताओं में प्रबल दावेदार बनाती हैं. हालांकि, विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में 10000 मीटर रेस के लिए क्वालीफाई करने के लिए उन्हें अपनी गति और सहनशक्ति को और भी निखारना होगा।