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अब खिलाड़ियों को मिलेगी नई पहचान, आईओए का माना आभार खेलपथ संवाद ऋषिकेश। उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित शिवपुरी में गंगा तट पर आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में इस बार पहली बार बीच कबड्डी को शामिल किया गया है। इस खेल को लेकर जहां खिलाड़ियों में उत्साह देखा गया वहीं हर कोई भारतीय ओलम्पिक संघ का आभार जता रहा है। आईओए के इस ऐतिहासिक फैसले से खिलाड़ियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रतियोगिता का शुभारम्भ 9 फरवरी को हुआ, जिसमें देशभर से आई टीमों ने हिस्सा लिया। उत्तराखंड बीच कबड्डी पुरुष टीम के कप्तान रविंद्र सिंह ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, हम पहले भी बीच कबड्डी खेल चुके हैं और कांस्य पदक जीत चुके हैं, लेकिन तब इसे राष्ट्रीय खेलों में मान्यता नहीं मिली थी। अब यह राष्ट्रीय खेलों का हिस्सा बना है, जिससे खिलाड़ियों को नई पहचान मिलेगी। महिला टीम की कप्तान पूजा मेहरा ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा साबित करने का अवसर मिलेगा। प्रतियोगिता के उद्घाटन मैच में उत्तराखंड की पुरुष और महिला दोनों टीमों ने जीत दर्ज कर बेहतरीन आगाज किया। उत्तराखंड बीच कबड्डी एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश जोशी ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, बीच कबड्डी में उत्तराखंड का भविष्य उज्ज्वल है। प्रदेश सरकार ने इसे राष्ट्रीय खेलों में शामिल कर खिलाड़ियों को बड़ा मंच दिया है। हमें विश्वास है कि हमारी टीम पदक जीतेगी। इस ऐतिहासिक फैसले के बाद खिलाड़ियों में नए उत्साह और उमंग का संचार हुआ है। बीच कबड्डी को राष्ट्रीय खेलों में शामिल किए जाने से इस खेल को नई पहचान और प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।