News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
पूर्व कप्तान का 26 साल की उम्र में खेल से जुदा होना हैरत की बात खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय खेलों के लिए रविवार 19 जनवरी की शाम शानदार साबित हुई। नई दिल्ली में खेले गए पहले खो खो वर्ल्ड कप में भारत की महिला टीम ने इतिहास रचते हुए खिताब जीत लिया। प्रियंका इंगले की कप्तानी वाली युवा भारतीय टीम ने फाइनल में नेपाल को बेहद आसानी से हरा दिया और खो खो की पहली वर्ल्ड चैम्पियन बन गई। मगर जैसे ही भारतीय टीम ने खिताब जीता, उसके कुछ ही देर बाद फैंस को एक झटका भी लगा। भारतीय टीम की सबसे बड़ी खिलाड़ियों में से एक और पूर्व कप्तान नसरीन शेख ने संन्यास का ऐलान कर दिया। रविवार को इंदिरा गांधी इन्डोर स्टेडियम में खेले गए खो खो वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत ने नेपाल को 78-40 की स्कोरलाइन के साथ हराया और वर्ल्ड चैम्पियन बन गई। भारतीय टीम की इस जीत में अहम भूमिका निभाने वाली और सीनियर खिलाड़ियों में से एक नसरीन शेख ने वर्ल्ड चैम्पियन बनते ही संन्यास के ऐलान से सबको चौंका दिया> नसरीन का ये ऐलान इसलिए भी चौंकाने वाला है क्योंकि वो अभी सिर्फ 26 साल की हैं। दिल्ली के शकूरपुर की रहने वाली नसरीन पिछले कई सालों से इस खेल में भारत का नेतृत्व कर रही हैं। उनकी कप्तानी में ही भारतीय टीम ने 2019 के साउथ एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। भारत की सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक नसरीन को 2023 में देश के दूसरे सबसे बड़े खेल पुरस्कार अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया था। वो अर्जुन अवॉर्ड जीतने वाली सिर्फ दूसरी खो खो खिलाड़ी बनी थीं। छह बहनों और चार भाईयों में से एक नसरीन ने अल्टीमेट खो खो से भी अपनी पहचान बनाई थी। इतना ही नहीं, वो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुंबई ऑफिस में पोस्टेड हैं। हालांकि फिलहाल ये साफ नहीं है कि नसरीन ने इतनी जल्दी क्यों संन्यास लिया क्योंकि पहले खो खो वर्ल्ड कप के सफल आयोजन के बाद इस टूर्नामेंट के आने वाले सालों में भी लगातार खेले जाने की उम्मीद अब बढ़ गई है। ऐसा रहा फाइनल का हाल जहां तक टीम इंडिया की बात है तो फाइनल में भारतीय टीम का दबदबा देखने को मिला. पूरे टूर्नामेंट में ही भारतीय महिला टीम ने एकतरफा अंदाज में अपने सारे मैच जीते और फाइनल में भी वही सिलसिला जारी रहा. भारतीय टीम ने पहले टर्न में ही 34-0 की बढ़त ले ली थी, जिसके बाद दूसरे टर्न में नेपाल ने वापसी की और स्कोर 35-24 हो गया था. तीसरे टर्न में भारत ने स्कोर को 73-24 करते हुए मैच को नेपाल की पहुंच से दूर कर दिया था और अंत में टीम ने 78-40 से मैच के साथ खिताब भी जीत लिया.