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केंद्रीय खेल नीति को हरियाणा में लागू करने की मांग दोहराई खेलपथ संवाद भिवानी। एक से 8 दिसम्बर तक मलेशिया में हुए 10वें एशिया पेसिफिक डेफ गेम में पदक जीत कर लौटे हरियाणा के दिव्यांग खिलाड़ियों ने स्थानीय आस्था स्पेशल स्कूल की प्राचार्य एवं संचालिका एडवोकेट सुमन शर्मा के नेतृत्व में खेल मंत्री गौरव गौतम व मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के ओएसडी डॉ. यशपाल यादव से चंडीगढ़ में मुलाकात की। खिलाड़ियों ने खेल मंत्री से केंद्रीय खेल नीति को हरियाणा में लागू करने की मांग की। दोनों ने दिव्यांग खिलाड़ियों को देश व हरियाणा के लिए पदक जीतकर लाने पर बधाई दी और नवम्बर 2025 में टोक्यो में होने वाले डेफ ओलम्पिक में और भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए अग्रिम शुभकामनाएं दीं। एडवोकेट सुमन शर्मा ने बताया कि सभी दिव्यांग खिलाड़ियों ने 2020 में तत्कालीन केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू द्वारा बधिर खेलों के लिए लागू की गई केंद्रीय खेल नीति को हरियाणा में लागू करने की अपनी पुरानी मांग दोहराई। इस पर दोनों ने इस पर जल्द ही कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। गौरतलब है कि 2017 में हरियाणा की तत्कालीन मनोहर लाल सरकार ने बधिर खेलों को प्रदेश की खेल पॉलिसी में शामिल करने की घोषणा की थी, लेकिन 2018 में केन्द्रीय खेल नीति में न होने के कारण इनको राज्य की खेल नीति से हटा दिया था। 2020 में केंद्र सरकार ने बधिर खेलों को सामान्य खिलाड़ियों के बराबर अधिकार देकर केंद्रीय खेल नीति में शामिल कर लिया था। उन्होंने बताया कि खेलमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि न्याय जरूर होगा। इस अवसर पर डेफ खिलाड़ी बलराम, जसपाल, एथलेटिक्स निरचरा जूडो, सुमित, प्रदीप, अमित कुश्ती एवं उनके अभिभावक संजीव कादियान, संजय दहिया, संदीप मलिक, राजकुमार, मीना, आस्था स्पेशल स्कूल की प्राचार्य एवं संचालिका एडवोकेट सुमन शर्मा एवं संस्थापक विजय शर्मा उपस्थित रहे।