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तीसरे टेस्ट से बाहर हुए हर्षित राणा और आर. अश्विन खेलपथ संवाद ब्रिस्बेन। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला ब्रिस्बेन के गाबा में खेला जा रहा है। इस मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। भारतीय कप्तान ने प्लेइंग-11 में दो बदलाव भी किए। रविचंद्रन अश्विन और हर्षित राणा को प्लेइंग-11 से बाहर किया गया। इन दोनों खिलाड़ियों की जगह रवींद्र जडेजा और आकाश दीप को शामिल किया गया है। हर्षित ने इसी सीरीज से अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। हालांकि, दो ही मैचों में वह फुस्स हो गए और अब बेंच पर भी बैठना पड़ा है। उनको लेकर काफी विवाद भी हुआ था। दरअसल, इस सीरीज की शुरुआत से पहले हर्षित पिछली कुछ सीरीज में भी भारतीय स्क्वॉड का हिस्सा रहे थे। गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद से हर्षित को मौका दिया गया। हर्षित आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स टीम का हिस्सा रहे और 2024 में चैम्पियन बनने वाली टीम में शामिल थे। उस केकेआर टीम के मेंटर गंभीर रहे थे। ऐसे में हर्षित को गंभीर का चहेता खिलाड़ी कहा गया। ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए उन्हें चुने जाने पर फैंस और क्रिकेट पंडितों के बीच दो राय बनी थी। कुछ का मानना था कि हर्षित ऊंचे लंबे कद के तेज गेंदबाज हैं और ऑस्ट्रेलिया में उपयोगी साबित हो सकते हैं। वहीं, कुछ का मानना था कि हर्षित को टेस्ट में शामिल करना जल्दबाजी है। हर्षित को लोअर ऑर्डर में उनकी बल्लेबाजी की क्षमता की वजह से टीम में शामिल किया गया था। हालांकि, न तो पहले टेस्ट और न ही दूसरे टेस्ट में हर्षित कुछ खास कर सके। न तो गेंदबाजी में और न ही बल्लेबाजी में हर्षित का जलवा दिखा। एडिलेड में गेंदबाजों की मददगार पिच पर तो हर्षित ने हद ही कर दी थी। उन्हें एक पारी में गेंदबाजी का मौका मिला। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में हर्षित ने गेंदबाजी की और 16 ओवर में 5.40 की इकोनॉमी रेट से 86 रन खर्च किए थे। उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था। इसी पिच पर बुमराह और सिराज को चार-चार विकेट मिले थे। ट्रेविस हेड ने हर्षित की जमकर धुनाई की थी। बल्लेबाजी की बात करें तो हर्षित पहली पारी में तीन गेंदों पर दूसरी पारी में 12 गेंदों में कोई रन नहीं बना पाए थे। वह दोनों पारियों में खाता खोले बिना आउट हुए थे। अपने डेब्यू टेस्ट यानी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले मुकाबले में पर्थ में भी हर्षित बाकी भारतीय गेंदबाजों में सबसे महंगे रहे थे। उन्होंने पहली पारी में 15.2 ओवर में 48 रन देकर तीन विकेट जरूर झटके थे, लेकिन उनका इकोनॉमी रेट 3.10 का रहा था। इस पारी में बुमराह का इकोनॉमी रेट 1.70, सिराज का इकोनॉमी 1.50, नीतीश रेड्डी का इकोनॉमी 1.30 और सुंदर का इकोनॉमी 0.50 का रहा था। वहीं, दूसरी पारी में हर्षित ने 13.4 ओवर में 69 रन देकर एक विकेट लिया था। उनका इकोनॉमी रेट 5.00 का रहा था। दूसरी पारी में बुमराह ने 3.50, सिराज ने 3.60, सुंदर ने 3.20 की इकोनॉमी रेट से रन दिए थे। पर्थ टेस्ट में बल्ले से भी राणा कुछ खास नहीं कर सके। उन्होंने पहली पारी में पांच गेंद में सात रन बनाए थे। ऐसे में उन्हें प्लेइंग-11 में अपनी जगह गंवानी पड़ी और आकाश दीप को मौका दिया गया, जिन्होंने अब तक अपने सभी मैच में शानदार प्रदर्शन किया है। आकाश ने अब तक पांच टेस्ट में 10 विकेट लिए हैं। इतना ही नहीं, बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए अश्विन की जगह जडेजा को मौका दिया गया।