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हिटमैन इस साल 14 बार दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला ब्रिस्बेन के गाबा में 14 दिसंबर से खेला जाएगा। सीरीज फिलहाल 1-1 की बराबरी पर है। हालांकि, तीसरे टेस्ट से पहले टीम इंडिया के लिए रोहित शर्मा और विराट कोहली का फॉर्म चिंता का विषय है। दोनों इस साल पूरी रंगत में नहीं दिखे हैं। एक वक्त 55 से ज्यादा की औसत से बल्लेबाजी करने वाले विराट का फॉर्म ऐसा गिरा कि उनका बल्लेबाजी औसत 47 के करीब पहुंच चुका है वहीं, रोहित पिछली 12 पारियों से कोई शतक नहीं लगा सके हैं। उनके नहीं चलने से भारतीय टीम को अच्छी शुरुआत तक नहीं मिल पा रही है। टेस्ट में कम से कम 1000 रन बनाने वाले भारतीय कप्तानों में रोहित शर्मा का औसत दूसरा सबसे खराब है। रोहित ने बतौर कप्तान 32.42 की औसत से रन बनाए हैं। इस मामले में उनसे खराब औसत सिर्फ कपिल देव का है। कपिल ने बतौर टेस्ट कप्तान 31.72 की औसत से रन बनाए थे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में साल 2024 में बल्लेबाजी लाइन अप के शीर्ष छह बल्लेबाजों में सबसे ज्यादा बार दहाई का आंकड़ा नहीं छूने के मामले में रोहित संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं। इस लिस्ट में सबसे ऊपर बांग्लादेश के नजमुल शांतो हैं। उन्होंने इस साल तीनों प्रारूप को मिलाकर 15 बार दहाई का आंकड़ा नहीं छुआ। वहीं, रोहित, अफगानिस्तान के अजमतुल्लाह ओमरजई और दक्षिण अफ्रीका के एडेन मार्करम ने 14-14 बार सिंल डिजिट का स्कोर बनाया। साल 2024 में रोहित और विराट दोनों का टेस्ट में औसत रवींद्र जडेजा से भी खराब रहा है। विराट ने इस साल 16 पारियों में 26.64 की औसत से 373 रन बनाए हैं। वहीं, रोहित ने 23 पारियों में 27.13 की औसत से 597 रन बनाए हैं। जडेजा ने इस साल 15 टेस्ट पारियों में 28.73 की औसत से 431 रन बनाए हैं। विराट और रोहित का औसत सिर्फ कुलदीप यादव, रविचंद्रन अश्विन और श्रेयस अय्यर से बेहतर है। साल 2020 से टेस्ट में कम से कम 1000 रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों में विराट कोहली का औसत दूसरे सबसे खराब है। लिस्ट में चेतेश्वर पुजारा 29.69 की औसत के साथ शीर्ष पर हैं। वहीं, विराट कोहली 32.15 की औसत के साथ दूसरे स्थान पर हैं। केएल राहुल का औसत 33.00 का रहा है। विराट कोहली का टेस्ट में खराब दौर जारी है। पर्थ में उन्होंने शतक जरूर लगाया था, लेकिन उससे पहले और उसके एडिलेड में विराट कुछ खास नहीं कर सके थे। ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में छह पारियों में विराट ने महज 91 रन बनाए थे। वहीं एडिलेड में वह सात और 11 का स्कोर बना पाए। साल 2011 में विराट का टेस्ट करियर शुरू हुआ था और साल 2019 के अंत तक आते आते विराट टेस्ट में 55.10 की औसत से रन बना रहे थे। इसके बाद उनकी फॉर्म में गिरावट आई और 2024 में उनका मौजूदा औसत 47.72 का है। 2021 के बाद यह लगातार तीसरा साल है, जब उनका फॉर्म 50 से नीचे रहा है। 2022 में उनका बल्लेबाजी औसत 49.35 का और 2023 में 48.12 का रहा था। रोहित और विराट कर रहे जमकर मेहनत ब्रिस्बेन के गाबा में पिच से गेंदबाजों को काफी मदद मिलेगी। वहां गेंदबाजों को उछाल भी मिलेगी। ऐसे में रोहित और विराट दोनों को बेहतर बल्लेबाजी करनी होगी, ताकि युवाओं को विश्वास हो। अगर ये दोनों अच्छा स्कोर करते हैं तो निश्चित तौर पर टीम इंडिया सीरीज में वापसी कर सकती है। हालांकि, रोहित किस पोजिशन पर खेलेंगे, यह भी टीम मैनेजमेंट को फैसला लेना होगा। एडिलेड में रोहित ने छठे स्थान पर बल्लेबाजी की थी और वह फ्लॉप रहे थे। ऐसे में गाबा में रोहित वापस से यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग करते दिख सकते हैं। वहीं, विराट गाबा टेस्ट के लिए बैकफुट पर बल्लेबाजी करते दिख रहे हैं और अपने डिफेंस को मजबूत कर रहे हैं। वहीं, हर्षित राणा की जगह प्रसिद्ध कृष्णा या आकाश दीप में से किसी एक को भी प्लेइंग-11 में शामिल किया जा सकता है।