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राष्ट्रगान पर हुए भावुक, फैंस नहीं रोक पाए आंसू खेलपथ संवाद मलागा (स्पेन)। ‘ग्रेसियस राफा’ के पोस्टरों से सराबोर पलासियो डि डिपोर्टेस जोस मारिया मार्टिन कारपेना स्टेडियम पर डेविस कप के क्वार्टर फाइनल में दिग्गज राफेल नडाल का जादू नहीं चल पाया। स्पेन को डेविस कप क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड से 2-1 से हार का सामना करना पड़ा और स्पेन टूर्नामेंट से बाहर हो गया। ऐसे में जेंडशुल्प के खिलाफ मैच नडाल का अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच साबित हुआ। 2004 के बाद पहली बार नडाल को डेविस कप के एकल में हार मिली। नडाल ने पहले ही संन्यास की घोषणा की थी और कहा था कि डेविस कप उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा। नीदरलैंड के खिलाफ नडाल एकल में उतरे, लेकिन उन्हें बोटिक वान डि जेंडशुल्प के हाथों 4-6, 4-6 से हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में मंगलवार को 38 साल के नडाल ने टेनिस को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। 15 सितम्बर 2022 को उनके दोस्त और चिर प्रतिद्वंद्वी रहे रोजर फेडरर ने टेनिस को अलविदा कहा था। क्वार्टर फाइनल के पहले से स्टेडियम नडाल के रंग में रंगा नजर आया। कप्तान डेविड फेरर के साथ नडाल जब स्टेडियम में पहुंचे और स्पेनिश राष्ट्रगान की धुन बजी तो वह अपने आंसुओं को बमुश्किल रोक पाए। वर्ष भर चोट की समस्याओं से जूझने के बाद संन्यास की घोषणा करने वाले नडाल को फेरर ने टाई से कुछ देर पहले पहले एकल में उतारने का फैसला लिया। पहले सेट में नडाल पुरानी लय में आते दिखे। उन्होंने कई बेहतरीन ग्राउंड स्ट्रोक्स लगाए, जिसमें उनका ट्रेड मार्क क्रासकोर्ट फोरहैंड भी शामिल है। उन्होंने बैकहैंड स्मैश जैसा कठिन शॉट लगाया और अंक अर्जित किया तो पूरा स्टेडियम झूम उठा। पहले सेट में 4-4 की बराबरी पर नडाल अपनी सर्विस बरकरार नहीं रख सके। जेंडशुल्प ने सर्विस बरकरार रखते हुए सेट जीत लिया। दूसरे सेट में की शुरुआत में ही नडाल सर्विस तुड़वा बैठे। एक और सर्विस टूटने से स्कोर 1-4 हो गया। यहां नडाल जोश में तो नजर आए, लेकिन उनके स्ट्रोक्स में पहले जैसी मारक क्षमता नहीं दिखी। उनके स्ट्रोक्स कोर्ट से बाहर निकल रहे थे। पूरे करिअर में नडाल ने कभी नेट पर आकर खेलना पसंद नहीं किया, लेकिन यहां वह कई बार नेट पर आए। हालांकि उनकी यह रणनीति ज्यादा कारगर नहीं रही। दूसरे सेट में 1-4 से पिछड़ने के बाद उन्होंने जेंडशुल्प की सर्विस तोड़ वापसी की कोशिश की। उन्होंने स्कोर 3-4 कर दिया। 4-5 के स्कोर पर वह जेंडशुल्प की सर्विस नहीं तोड़ पाए और मैच हार गए। मुकाबले को देखने के लिए नडाल के साथी रहे और स्पेन पूर्व ग्रैंड स्लैम विजेता कार्लोस मोया, जुआन कार्लोस फरेरो के अलावा नडाल का परिवार और उनकी पत्नी मौजूद रहे। नडाल ने अपने करियर में 22 ग्रैंड स्लैम जीते। वह सर्बिया के नोवाक जोकोविच के बाद सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने वाले टेनिस खिलाड़ी हैं। वह दो ऑस्ट्रेलियन ओपन, रिकॉर्ड 14 बार फ्रेंच ओपन, दो बार विंबलडन और चार बार यूएस ओपन का खिताब जीत चुके हैं। सिंगल्स में उनके नाम 82.6 प्रतिशत मैच जीतने का रिकॉर्ड है। उन्होंने अपने एकल करियर में 1080 मैच जीते और 228 में हार का सामना करना पड़ा। उनके नाम कुल मिलाकर 92 करियर टाइटल्स हैं, जो कि ओपन एरा में पांचवां सबसे ज्यादा है। वह पुरुष एकल में नंबर एक पर काफी समय तक रहे। नडाल को बजरी का बादशाह भी कहा जाता है। रोलां गैरो पर उनसे ज्यादा खिताब और उनसे ज्यादा मैच अब तक किसी खिलाड़ी ने नहीं जीते। नडाल 2008 बीजिंग ओलंपिक में पुरुष एकल में स्वर्ण पदक और 2016 रियो ओलंपिक में पुरुष युगल में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।