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खेल मंत्री के आश्वासन के बाद टीम को जाने की मिली हरी झंडी खेल मंत्री के आवास पर पहुंचे थे चयनित 12 पहलवान खेलपथ संवाद नई दिल्ली। विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में भारतीय टीम शिरकत करेगी। खेल मंत्री मनसुख मांडविया के आश्वासन के बाद 28 अक्टूबर से तिराने (अल्बानिया) में शुरू हो रही चैम्पियनशिप में टीम भेजने पर सहमति बन गई। भारतीय कुश्ती महासंघ ने बृहस्पतिवार को उसकी स्वायत्ता में हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए चैम्पियनशिप में टीम भेजने से रोक दी थी। इसके विरोध में टीम में चयनित 12 पहलवान शुक्रवार को खेल मंत्री के आवास पर पहुंच गए। खेल मंत्री, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह और पहलवानों के बीच हुई बातचीत के बाद सरकारी खर्च पर टीम भेजने का फैसला हुआ। खेल मंत्री ने कहा, पहलवान उनसे मिले थे। उन्होंने कहा, अदालत का मामला अदालत में चलता रहेगा, लेकिन टीम विश्व चैंपियनशिप में जानी चाहिए। पहलवानों को खेलने का अवसर मिलना चाहिए। पहलवानों, संजय सिंह और खेल मंत्री के बीच तकरीबन एक घंटे तक बातचीत चली। संजय सिंह ने कहा, उन्हें खेल मंत्री ने आश्वासन दिया है कि अगर टीम भेजने पर अदालत में उन पर अवमानना का मामला बनता है तो इसकी जिम्मेदारी उनकी होगी। पहलवानों के टिकट हो चुके हैं और टीम रविवार की सुबह रवाना हो गई। संजय सिंह ने कहा, खेल मंत्री ने महासंघ पर लगे निलंबन को हटाने के बारे में कहा है कि वह इसकी समीक्षा करेंगे। इसमें एक या इससे अधिक माह लगेगा। 12 गैर ओलंपिक भार वर्गों की इस चैंपियनशिप में पुरुष, महिला फ्रीस्टाइल और ग्रीको रोमन वर्ग के 12 पहलवान चयनित किए गए थे। ये पहलवान अपने माता-पिता के साथ खेल मंत्री के निवास पर पहुंचे। 65 भार वर्ग में चयनित मनीषा ने कहा, हमारी क्या गलती है, हमें इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में खेलने से क्यों रोका जा रहा है।