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कहा- अब पदक विजेता खिलाड़ियों को राजपत्रित अधिकारी बनाने की तैयारी युवाओं के समय और श्रम दोनों को प्रभावित कर रहा स्मार्ट फोन खेलपथ संवाद लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश व उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले 14 ओलम्पियंस व पैरालम्पिक एथलीट्स को 22.70 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले पदक विजेताओं में प्रवीण कुमार, सुहास एलवाई, अजीत सिंह, प्रीति पाल, सिमरन, ललित उपाध्याय व राज कुमार पाल शामिल रहे। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार को खिलाड़ियों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं और खिलाड़ियों को सफलता का मंत्र देते हुए कहा कि युवा पीढ़ी के लिए आज स्मार्ट फोन सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। यह युवाओं के समय और श्रम दोनों को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को नशे से दूर रहना चाहिए, नशा नाश का का कारण है, जो नशे की तरफ गया वह जीवन में फिर किसी के लायक नहीं रह पाएगा। खेल के प्रति युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए सीएम योगी ने सम्मान समारोह में आए खिलाड़ियों की प्रेरक कहानी भी साझा की। सीएम योगी ने कहा कि किसी भी अतंरराष्ट्रीय स्पर्धा में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रदेश सरकार लक्ष्मण पुरस्कार और महिला खिलाड़ियों के लिए रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार की घोषणा की है जिसमें सरकार उन्हें नकद राशि के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र से सम्मानित कर रही है। इसके अलावा देश स्तर पर पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों के लिए प्रदेश सरकार 20 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान करती है और वृद्ध खिलाड़ियों के लिए भी प्रतिमाह वित्तीय सहायता दे रही है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के अंदर एकलव्य क्रीड़ा कोष्ठ का गठन किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मेरठ में मेजर ध्यानचंद्र के नाम से पहले खेल विश्वविद्यालय का निर्माण भी किया जा रहा है। इन पदक विजेताओं ने बढ़ाया मान सम्मान उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों ने पेरिस ओलम्पिक-पैरालंपिक में एक स्वर्ण पदक समेत छह पदक जीते हैं। गौतमबुद्ध नगर के पैरा हाई जम्पर प्रवीण कुमार ने पैरालम्पिक 2024 में स्वर्ण पदक जीता है। उन्हें 6 करोड़ रुपए की धनराशि प्रदान की गई। वहीं भारतीय हॉकी टीम की तरफ से खेलते हुए वाराणसी के ललित उपाध्याय और गाजीपुर के राजकुमार पाल ने ओलम्पिक में कांस्य पदक जीता। उन्हें एक-एक करोड़ रुपए पुरस्कार राशि के तौर पर दिया गया। यूपी के आईएएस अधिकारी व सचिव खेल सुहास एलवाई को पैरा बैडमिंटन तथा इटावा के अजीत सिंह को पैरा एथलेटिक्स की जेवलिन थ्रो स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम करने पर 4-4 करोड़ रुपए की धनराशि प्रदान की गई। वहीं मुजफ्फरनगर जिले की रहने वाली पैरा एथलीट प्रीति पाल ने 100 मीटर और 200 मीटर में दो कांस्य पदक जीते, जिसके लिए प्रीति को 4 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि दी गई। इसी प्रकार गाजियाबाद की सिमरन को अपने वर्ग की 200 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीतने पर दो करोड़ रुपए से पुरस्कृत किया गया। पेरिस में खेलने वाले इन खिलाड़ियों को प्रोत्साहनः सीएम योगी ने समारोह में पेरिस ओलम्पिक व पैरालम्पिक गेम्स में प्रतिभाग कर उत्तर प्रदेश का नाम रोशन करने के लिए पारुल चौधरी, अनु रानी, प्रियंका गोस्वामी, प्राची चौधरी, साक्षी कसाना, दीपेश कुमार तथा यश कुमार को 10-10 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया गया। चार प्रशिक्षक सम्मानितः पेरिस ओलंपिक और पैरालंपिक के लिए खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने वाले चार प्रशिक्षकों का भी सीएम योगी ने सम्मान किया। इनमें गजेंद्र सिंह (पैरा एथलीट), गौरव खन्ना (पैरा बैटमिंटन), राकेश कुमार यादव (पैरा एथलीट) और डॉ. सत्यपाल सिंह (पैरा एथलीट) शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षकों का सम्मान महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रशिक्षक ही हमारे खिलाड़ियों को ओलम्पिक जैसी प्रतिस्पर्धाओं के लिए तरासते और तैयार करते हैं। पदक विजेता जल्द बनेंगे राजपत्रित अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार खेलों में देश व प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को राजपत्रित अधिकारी बनाने बनाने का निर्णय लिया है। इन पुरस्कृत पदक विजेताओं में से 2 खिलाड़ी पुलिस उपाधीक्षक, 2 नायब तहसीलदार, 1 माल कर अधिकारी और 2 खिलाड़ी जिला युवा कल्याण अधिकारी बनेंगे। समारोह में इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक नीरज बोरा, विधान परिषद सदस्य अवनीश सिंह, भाजपा के महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी मौजूद रहे। खेल संसाधनों से लैस हो रहा है उत्तर प्रदेश सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने खिलाड़ियों के लिए समुचित अवसंरचना तैयार की है। आज डबल इंजन की सरकार इस पर लगातार ध्यान दे रही है। आज उत्तर प्रदेश में 84 स्टेडियम, 67 बहुद्देश्यीय हॉल, 38 तरणताल, 15 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम और तीन सिंथेटिक रनिंग ट्रैक तैयार हैं। इसके अलावा 2 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 16 छात्रावास, 47 अत्याधुनिक जिम, 20 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट और 19 डॉरमेट्री खिलाड़ियों के लिए तैयार किए जा चुके हैं। वहीं प्रदेश में 2 जूडो हॉल, 13 कुश्ती हॉल, 6 शूटिंग रेंज, 2 इंडोर वॉलीबाल, 12 वेटलिफ्टिंग हॉल, 14 सिंथेटिक बॉस्केट बॉल कोर्ट प्रदेश के अंदर बनकर तैयार हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार बड़े लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है। प्रदेश के अंदर सभी 57 हजार ग्राम पंचायतों में खेल के मैदान और ओपन जिम, सभी 826 विकासखंड में मिनी स्टेडियम और सभी जनपदों में स्टेडियम के निर्माण के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। ग्राम पंचायत स्तर पर खिलाड़ियों के लिए खेल के संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।