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पुरुषों के बाद महिलाओं ने भी जीता गोल्ड खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय महिला टीम ने बुडापेस्ट में जारी शतरंज ओलंपियाड 2024 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इससे पहले पुरुष टीम ने भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। अब महिलाओं ने भारत को दोहरी खुशी दी है। महिला टीम में हरिका द्रोणावल्ली, वैशाली रमेशबाबू, दिव्या देशमुख, वंतिका अग्रवाल, तानिया सचदेव शामिल हैं। भारतीय महिला टीम ने चेन्नई में 2022 के चरण में कांस्य पदक जीता था। मौजूदा टूर्नामेंट में भारतीय महिलाओं ने अजरबेजान को 3.5-0.5 से हराकर देश के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया। डी हरिका ने पहले बोर्ड पर तकनीकी श्रेष्ठता दिखाई और दिव्या देशमुख ने एक बार फिर अपने प्रतिद्वंद्वी को पछाड़कर तीसरे बोर्ड पर अपना व्यक्तिगत स्वर्ण पदक पक्का किया। आर वैशाली के ड्रॉ खेलने के बाद वंतिका अग्रवाल की शानदार जीत से भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक सुनिश्चित किया। इससे पहले रविवार को पुरुष टीम ने भी स्वर्ण पदक जीता। टीम ने ओपन वर्ग में स्वर्ण जीतकर इतिहास रच दिया। भारतीय पुरुष टीम में डी गुकेश, प्रज्ञानंद, अर्जुन एरिगैसी, विदित गुजराती, पेंटाला हरिकृष्णा और श्रीनाथ नारायणन (कप्तान) शामिल थे। इस टूर्नामेंट में यह भारतीय पुरुष टीम का पहला स्वर्ण है। इससे पहले भारत ने 2022 में कांस्य पदक जीता था। यह टूर्नामेंट घरेलू सरजमीं पर ही आयोजित किया गया था वहीं, 2014 में भारतीय टीम ने कांस्य पदक जीता था। ऐतिहासिक सफलता पर प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शतरंज ओलंपियाड 2024 में भारत की पुरुष और महिला टीम को स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी। पीएम ने कहा कि यह सदी में पहली बार हुआ है। बता दें कि, पीएम मोदी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। उन्होंने न्यूयॉर्क के इनडोर स्टेडियम में भारतीयों को संबोधित करते हुए शतरंज ओलंपियाड के विजेताओं की तारीफ की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। पीएम ने कहा- आज भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है। भारत ऊर्जा और सपनों से भरा हुआ है। हर दिन नए रिकॉर्ड और नई खबरें बन रही हैं। आज भारत ने शतरंज ओलंपियाड (पुरुष और महिला) में स्वर्ण पदक जीता है। यह एक सदी में पहली बार हुआ है। पूरे देश को हमारे शतरंज खिलाड़ियों पर गर्व है। भारत के पुरुष और महिला शतरंज खिलाड़ियों ने इतिहास रचते हुए 45वें शतरंज ओलंपियाड में विजेता बनने का गौरव हासिल कर लिया। शतरंज ओलंपियाड के 97 साल के इतिहास में पहली बार बेटों और बेटियों ने स्वर्ण जीता है। पुरुष टीम ने 11वें और अंतिम दौर में स्लोवेनिया को 3.5-0.5 से हराया और महिला टीम ने अजरबैजान को इसी अंतर से हराया। पुरुषों ने 21 और महिलाओं ने 19 अंक हासिल किए डी गुकेश, अर्जुन एरिगेसी, आर प्रज्ञानंद, विदित गुजराती और पी हरिकृष्णा की पुरुष टीम पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही और कुल 22 में से 21 अंक हासिल किए। पुरुषों में अमेरिका ने रजत और उज्बेकिस्तान ने कांस्य जीता। डी हरिका, आर वैशाली, दिव्या देशमुख, वंतिका अग्रवाल और तानिया सचदेव की महिला टीम ने 19 अंक हासिल किए। कजाकिस्तान को रजत और अमेरिका को कांस्य मिला भारतीय खिलाड़ियों का व्यक्तिगत प्रदर्शन भी शानदार रहा। गुकेश ने शीर्ष बोर्ड और अर्जुन ने तीसरे बोर्ड पर स्वर्ण जीता। महिलाओं में दिव्या देशमुख ने तीसरे और वंतिका अग्रवाल ने चौथे बोर्ड पर स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले 2014 और 2022 में पुरुषों ने कांस्य और महिलाओं ने 2022 में कांस्य पदक जीता था।