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पेरिस पैरालम्पिक में स्वर्ण पदक जीत रचा इतिहास खेलपथ संवाद संगरूर। पेरिस में पैरालम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर लौटे तीरंदाज हरविंदर सिंह और सेमीफाइनल में पहुंची तीरंदाज पूजा का पंजाबी यूनिवर्सिटी परिसर में पहुंचने पर मुख्य द्वार पर फूल मालाओं से स्वागत किया गया। इसके बाद दोनों को खुले वाहन में काफिले के रूप में साइंस ऑडिटोरियम ले जाया गया। वहां आयोजित कार्यक्रम के दौरान पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर केके यादव ने दोनों खिलाड़ियों से फोन पर बात की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। डीन एकेडमिक प्रो. नरिंदर कौर मुल्तानी ने दोनों एथलीटों को बधाई दी और पैरा ओलंपिक खेलों के इतिहास और महत्व पर भी प्रकाश डाला। तीरंदाज हरविंदर सिंह ने कहा कि पंजाबी यूनिवर्सिटी पहुंचकर उन्हें गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने उन्हें अपने सपनों को पूरा करने का अवसर और मंच दिया है। एनआईएस पटियाला के कार्यकारी निदेशक विनीत ने कहा कि उन्हें छात्र तीरंदाजों पर गर्व है। खेल विभाग के निदेशक डाॅ. अजिता ने दोनों खिलाड़ियों को बधाई दी। कोच जीवनजोत सिंह तेजा ने कहा कि ऐसे छात्र-एथलीट हर कोच के भाग्य में नहीं होते। उन्हें ऐसे छात्रों पर गर्व है। गौरतलब है कि हरविंदर सिंह पंजाबी यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्र विभाग से पीएचडी कर रहे हैं। 33 साल के हरविंदर सिंह हरियाणा के कैथल जिले के रहने वाले हैं। कोच गौरव शर्मा ने कहा कि हरविंदर सिंह और पूजा बेहद प्रतिभाशाली और मेहनती खिलाड़ी हैं। भविष्य में इन दोनों से काफी उम्मीदें हैं।