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राजीव इंटरनेशनल स्कूल में करियर गाइडेंस पर हुई कार्यशाला
मथुरा। सपने देखना मानवीय स्वभाव है। हर छात्र-छात्रा 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अच्छे करियर को लेकर बहुत फिक्रमंद हो जाता है। ऐसे समय में यदि उसे अच्छा मार्गदर्शन मिल जाए तो सफलता आसानी से मिल जाती है। शुक्रवार को राजीव इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 12वीं विज्ञान संकाय के छात्र-छात्राओं के लिए करियर गाइडेंस सेशन का आयोजन किया गया जिसमें वक्ताओं ने बताया कि फिजिक्स, कैमिस्ट्री एवं बायो तीनों में ही करियर की अपार संभावनाएं हैं।
वक्ता एस. कल्याण रमन ने बताया कि 12वीं पास करने के बाद हर छात्र-छात्रा के मन में सबसे कॉमन सवाल यह होता है कि आगे क्या करना है और कौन सा करियर ऑप्शन चुनना है। उन्होंने कहा कि साइंस संकाय के छात्र-छात्राओं के लिए यह अवसर सबसे अच्छा होता है क्योंकि वे तकनीकी और गैर-तकनीकी, दोनों ही क्षेत्रों में नौकरी के अवसरों को तलाश सकते हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि यदि वे लर्निंग को आजीवन अपनी लाइफ का अहम हिस्सा बनाकर रखेंगे तो मनचाही सफलता से कोई नहीं रोक पाएगा। श्री रमण ने कहा कि अगर आप साइंस विषय में अच्छे हैं तो टीचिंग लाइन में भी बेहतर करियर ऑप्शन हो सकता है। एक विज्ञान शिक्षक के रूप में सफल होने के लिए, आपको नई चीजों की खोज करने के जुनून के साथ एक जिज्ञासु, आजीवन सीखने वाले व्यवहार का होना जरूरी होगा।
दूसरे वक्ता असीम कुमार भटनागर ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें करियर के बेहतरीन विकल्पों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि फिजिक्स,कैमिस्ट्री एवं बायो तीनों में ही करियर की अपार सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि 12वीं साइंस के बाद कोर्स का फैसला करना और उसके बाद करियर विकल्पों को तलाशना सबसे अहम होता है। साइंस के छात्रों के लिए कोर्स के विकल्प बहुत बड़े और विविध हैं, जो विभिन्न रुचियों और करियर आकांक्षाओं को पूरा करते हैं। विज्ञान संकाय के छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग, चिकित्सा, अनुसंधान आदि क्षेत्रों में आगे बढ़ सकते हैं।
श्री भटनागर ने कहा कि विज्ञान स्ट्रीम के छात्र-छात्राओं के लिए विकल्प ही विकल्प हैं। वह इंजीनियरिंग, चिकित्सा, फार्मेसी, दंत चिकित्सा, पशु चिकित्सा विज्ञान, कृषि, वास्तुकला, जैव प्रौद्योगिकी, कम्प्यूटर विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यावरण विज्ञान, खगोल विज्ञान, नैनो प्रौद्योगिकी, भूविज्ञान, फोरेंसिक विज्ञान और जैव रसायन सहित कई प्रकार के क्षेत्रों में अपना करियर संवार सकते हैं। उन्होंने कहा कि आपकी सफलता तो तभी निश्चित हो जाती है जब आपको पता होता है कि आपको करना क्या है। श्री भटनागर ने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को अपनी प्रतिभा एवं क्षमता के अनुसार अपने करियर का चुनाव करना चाहिए उससे सफलता की सम्भावना अधिक होती है। अंत में अतिथि वक्ताओं ने विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित करते हुए उनके प्रश्नों के उत्तर दिए तथा उनकी जिज्ञासा को शांत किया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। हाल के वर्षों में 12वीं के बाद विज्ञान पाठ्यक्रमों का दायरा काफी बढ़ गया है, जो प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष अन्वेषण में तेजी से हुई प्रगति से प्रेरित है। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल कहा कि विद्यार्थियों का यह समय जीवन का स्वर्णिम काल है। अतिथि वक्ताओं द्वारा जो भी मार्गदर्शन दिया जाता है, उस पर गम्भीर चिंतन कर फैसला लेना जरूरी है। श्री अग्रवाल ने कहा कि समय पर लिया गया उचित निर्णय ही सफलता की बुलंदियों पर पहुंचाता है। अंत में विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने अतिथि वक्ताओं का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य और प्रतिभा को सही दिशा प्रदान करने के लिए ही विद्यालय द्वारा समय-समय पर करियर काउंसलिंग एवं विभिन्न कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं।