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पेरिस ओलम्पिक से पहले भारतीय जेवलिन थ्रोवर लय में लौटा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने पावो नूरमी गेम्स 2024 में मंगलवार को इतिहास रच दिया। उन्होंने पहली बार इस टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 2022 में पावो नूरमी गेम्स में नीरज 89 मीटर भाला फेंकते हुए दूसरे स्थान पर रहे थे। इस बार उन्होंने 85.97 मीटर दूर भाला फेंका। उनके इस रिकॉर्ड को प्रतिस्पर्धा में मौजूद अन्य कोई एथलीट नहीं तोड़ पाया। इस तरह उन्होंने फिनलैंड में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट के दौरान नंबर-1 पर रहते हुए गोल्ड पर कब्जा किया। नीरज चोपड़ा चोट के चलते साल 2023 में इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाए थे। नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलम्पिक के दौरान गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। 26 जुलाई से पेरिस ओलम्पिक की शुरुआत होने जा रही है। ऐसे में नीरज का पावो नूरमी गेम्स 2024 में गोल्ड जीतना भारतीय फैन्स के लिए अच्छी खबर है। इस मुकाबले की बात की जाए तो नीरज के बाद फिनलैंड के टोनी केरानेन ने 84.19 मीटर का थ्रो फेंका और वो दूसरे स्थान पर रहते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम करने में सफल रहे। वहीं, ओलिवियर हेलांडर ने 83.96 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया। नीरज चोपड़ा सबसे पहले थ्रो करने आए और उन्होंने पहली ही बार में 83.62 मीटर का थ्रो किया। विश्व चैम्पियन नीरज की यह खराब शुरुआत नहीं थी। नीरज एंडरसन पीटर्स से आगे रहे जिन्होंने पहली बार में 82.58 मीटर का थ्रो किया। दूसरे प्रयास में नीरज ने 83.45 मीटर का थ्रो किया जो उनके शुरुआती प्रयास से बेहतर नहीं था। दूसरे प्रयास के बाद नीरज पिछड़ गए थे और ओलिवियर हेलांडर ने बढ़त बना ली थी। ओलिवियर ने दूसरे प्रयास में 83.96 मीटर का थ्रो किया था। इससे नीरज दूसरे स्थान पर खिसक गए थे। दूसरे प्रयास में पिछड़ने के बाद हालांकि, नीरज ने तीसरे प्रयास में शानदार वापसी की और 85.97 मीटर का थ्रो कर बढ़त हासिल कर ली। नीरज का यह सर्वश्रेष्ठ थ्रो रहा। नीरज आठ भाला फेंक एथलीटों में एकमात्र खिलाड़ी रहे जिन्होंने 85 मीटर के थ्रो को पार किया। वहीं, ओलिवियर अपने तीसरे प्रयास में 83 मीटर के पार भी नहीं जा सके और उन्होंने 82.60 मीटर का थ्रो किया। तीसरा प्रयास समाप्त होने के बाद नीरज ने अपनी बढ़त बनाए रखी। नीरज ने चौथे प्रयास में 82.21 मीटर का थ्रो किया। नीरज का यह इस मुकाबले का सबसे कमजोर थ्रो रहा, लेकिन इससे उनकी बढ़त पर कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि अन्य कोई एथलीट उनके सर्वश्रेष्ठ थ्रो के करीब भी नहीं पहुंच सका। इस तरह नीरज ने चौथे प्रयास के समाप्त होने के बाद भी अपनी बढ़त को बरकरार रखा। नीरज पांचवें प्रयास में फाउल कर बैठे, लेकिन राहत की बात यह रही कि इस प्रयास में भी कोई नीरज को पीछे नहीं छोड़ सका और पांचवें प्रयास की समाप्ति के बाद भी टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता इस खिलाड़ी की बादशाहत बरकरार रही। पांचवें प्रयास में आंद्रियन मारडारे ही 82 मीटर के थ्रो को पार कर सके, जबकि नीरज सहित तीन खिलाड़ियों ने फाउल किया। हालांकि, छठे प्रयास में नीरज ने 82.97 मीटर का थ्रो किया। दिलचस्प बात यह रही कि अंतिम प्रयास में नीरज और मैक्स डेहिंग ही सफल प्रयास कर सके, जबकि अन्य सभी खिलाड़ियों ने फाउल किया। मैक्स डेहिंग का निराशाजनक प्रदर्शन प्रतिष्ठित 90 मीटर क्लब के सबसे कम उम्र के सदस्य जर्मनी के मैक्स डेहिंग का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। माना जा रहा था कि वह नीरज चोपड़ा को कड़ी टक्कर देंगे, लेकिन उन्होंने पहले प्रयास में 79.84 मीटर का थ्रो किया, जबकि दूसरे प्रयास में फाउल कर बैठे। उन्होंने तीसरा प्रयास नहीं किया और चौथे प्रयास में 79.04 मीटर का थ्रो ही कर सके। इसके बाद उन्होंने पांचवें प्रयास में भी फाउल किया और छठे प्रयास में 77.81 मीटर का थ्रो फेंका।