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एडीडीपी ने माना गम्भीर, प्रतिबंध छह सितम्बर 2023 से लागू खेलपथ संवाद नई दिल्ली। नाडा के डोपिंग निरोधक अनुशासन पैनल (एडीडीपी) ने पावरलिफ्टर संदीप कौर पर प्रतिबंधित दवाओं के इस्तेमाल के दूसरे अपराध के कारण दस साल का प्रतिबंध लगा दिया है। पंजाब की 31 वर्ष की पावरलिफ्टर संदीप पर डोपिंग के दूसरे अपराध के लिये आठ साल का प्रतिबंध लगाया गया और अतिरिक्त दो साल उनके नमूनों में कई प्रतिबंधित पदार्थ पाये जाने के कारण लगाया गया है। पहली बार उन्हें 2019 में स्टानोजोलोल के सेवन का दोषी पाया गया था। संदीप कौर पिछले साल अगस्त में ही चार साल के प्रतिबंध के बाद लौटी हैं। वह उत्तराखंड के काशीपुर में राष्ट्रीय सीनियर महिला पावरलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में ओपन 69 किलो वर्ग में तीसरे स्थान पर रही थीं। प्रतिस्पर्धा के दौरान लिये गए उनके मूत्र के नमूनों में नोरांड्रोस्टेरोन, मेटांडियेनोन और मेफेंटरमाइन के अंश पाये गए। एडीडीपी ने सभी पक्षों को सुनने के बाद कहा कि कौर यह बता नहीं सकी हैं कि ये पदार्थ उनके शरीर में कैसे गए। राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (नाडा) ने अपने वकील के मार्फत पैनल से अनुरोध किया कि मामले की गंभीरता को भी ध्यान में रखा जाये क्योंकि खिलाड़ी ने कई प्रतिबंधित पदार्थों का सेवन किया है और निलंबन की अवधि दो साल और बढ़ाई जाए। एडीडीपी ने नाडा की दलील स्वीकार करके प्रतिबंध दस साल का कर दिया जो छह सितंबर 2023 से लागू होगा। एक अन्य अहम फैसले में वुशू खिलाड़ी अवनीश गिरि पर प्रतिबंध के दौरान एक प्रतिस्पर्धा में भाग लेने के लिये चार साल का प्रतिबंध लगाया गया है। गोवा राष्ट्रीय खेल 2023 में रजत पदक जीतने वाली केरल की चार गुणा 100 मीटर रिले टीम की सदस्य नेहा वी पर भी डोप टेस्ट में नाकाम रहने के लिये चार साल का प्रतिबंध लगाया गया है।