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एलोरडा कप में भारतीय मुक्केबाजों ने जीते 12 पदक खेलपथ संवाद नई दिल्ली। मौजूदा विश्व चैम्पियन निकहत जरीन और मीनाक्षी ने अपने-अपने भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीते। शनिवार को भारतीय टीम ने एलोरडा कप मुक्केबाजी में अपना अभियान सर्वश्रेष्ठ 12 पदकों के साथ खत्म किया। निकहत और मीनाक्षी के स्वर्ण पदकों के अलावा भारतीय मुक्केबाजों ने दो रजत और आठ कांस्य पदक जीतकर पिछले सत्र से काफी बेहतर प्रदर्शन किया। भारतीय मुक्केबाजों ने पिछले सत्र में पांच पदक अपने नाम किए थे। निकहत (52 किलोग्राम) ने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपना दबदबा जारी रखते हुए कजाकिस्तान की जजीरा उराकबायेवा को 5-0 के स्कोर से हराकर अपने प्रभावशाली करियर में एक और स्वर्ण पदक जोड़ा। मीनाक्षी ने दिन की शानदार शुरुआत करते हुए महिलाओं के 48 किग्रा फाइनल में उज्बेकिस्तान की रहमोनोवा सैदाहोन को 4-1 से हराकर भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। अनामिका (50 किलोग्राम) और मनीषा (60 किलोग्राम) को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा और उनका अभियान रजत पदक के साथ समाप्त हुआ। अनामिका ने मौजूदा विश्व और एशियाई चैंपियन चीन की वू यू को कड़ी टक्कर दी लेकिन उन्हें 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। मनीषा को कजाकिस्तान की विक्टोरिया ग्राफीवा से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। ओलम्पिक क्वालिफायर के 57 किलोग्राम वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगी जैस्मिन मुक्केबाज परवीन हुड्डा के निलंबन की वजह से भारत ने 57 किग्रा वजन वर्ग का पेरिस ओलंपिक कोटा गंवा दिया। हालांकि, अब जैस्मिन लाम्बोरिया थाईलैंड में 24 मई से शुरू होने वाले दूसरे ओलंपिक मुक्केबाजी क्वालिफायर में हिस्सा लेंगी। विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने शुक्रवार को परवीन को 22 महीने के लिए निलंबित कर दिया था। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने शनिवार को कहा, "ठिकाने की जानकारी देने में विफल होने के बाद अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसी (आईटीए) द्वारा कोटा विजेता परवीन को निलंबित किए जाने के बाद जैस्मीन थाईलैंड में 24 मई से शुरू होने वाले दूसरे ओलंपिक क्वालीफायर में हिस्सा लेंगी।" जैस्मीन पहले क्वालिफायर और पिछले साल हांगझोउ एशियाई खेलों में 60 किग्रा में खेली थीं। उन्होंने 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में 60 किग्रा में कांस्य पदक जीता था। पिछले साल एशियाई खेलों में ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली परवीन ने अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के बीच अपने ठिकाने की जानकारी नहीं दी थी, जबकि वाडा नियमों के तहत यह जानकारी देना अनिवार्य है । यही वजह है उन पर 22 महीने का निलंबन लगाया गया है। इस संबंध में भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने कहा, "परवीन हुड्डा को ठिकाने की जानकारी नहीं देने के कारण अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसी (आईटीए) द्वारा 22 महीने के लिए निलंबित किया गया है।" हालांकि संबंधित एजेंसियों के साथ चर्चा के बाद, परवीन की सजा कम कर दी गई है। जानकारी के अनुसार, अब उन्हें शुक्रवार से 14 महीने का निलंबन झेलना होगा। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने कहा, "कई चर्चाओं के बाद आईटीए ने परवीन पर एक प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव दिया है जिसमें 22 महीने की अयोग्यता अवधि लागू करना शामिल है। इसे अब छह महीने पीछे की तारीख में कर दिया गया है। अब यह प्रतिबंध 17 मई 2024 से शुरू होकर 14 महीने का होगा।" इसका अर्थ है कि परवीन इस साल जुलाई-अगस्त में होने वाले पेरिस खेलों में भाग नहीं ले पाएंगी।