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गोआ राष्ट्रीय खेलों में डोप में फंसने वाले खिलाड़ियों की संख्या हुई 26 खेलपथ संवाद नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरने वाले लम्बी दूरी के धावक मुरली गावित डोप में फंस गए हैं। एशियाई चैम्पियनशिप में 10 हजार मीटर का रजत पदक जीतने वाले मुरली बीते वर्ष गोआ में हुए राष्ट्रीय खेलों के दौरान डोप पॉजिटिव पाए गए हैं। राष्ट्रीय डोप रोधी एजेंसी (नाडा) की ओर से लिए गए उनके सेम्पल में एरिथ्रोपोएटिन (ईपीओ) पाया गया है। मुरली ने गोआ राष्ट्रीय खेलों में रजत पदक जीता था, जो भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने उनसे छीन लिया है। मुरली के डोप में फंसने के साथ गोआ राष्ट्रीय खेलों में डोप में फंसने वाले खिलाड़ियों की कुल संख्या 26 हो गई है। गोआ में 5000 मीटर में रजत जीतने वाले गावित और कांस्य जीतने वाले अजय कुमार दोनों पॉजिटिव पाए गए हैं। मुरली गावित लम्बे समय तक भारतीय एथलेटिक्स दल का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने 2019 की दोहा एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 10 हजार मीटर का रजत जीता था। बीते वर्ष ही उन्होंने राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स में भी इसी इवेंट का स्वर्ण जीता था। ईपीओ का प्रयोग मध्यम और लम्बी दूरी के एथलीट रेस से ठीक पहले करते हैं। इससे खून में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है जो उन्हें रेस के दौरान मदद करता है। भारतीय एथलेटिक्स में ईपीओ के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। एशियाड पदक विजेता भास्कर भी डोप पॉजिटिव 1998 के बैंकॉक एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता और विश्व बिलियर्ड्स चैम्पियनशिप के उप विजेता भास्कर बालचंद्र भी गोआ राष्ट्रीय खेलों के दौरान डोप में फंसे हैं। उनके सेम्पल में बीटा ब्लॉकर पाया गया है। क्यू स्पोर्ट्स में डोप में फंसने का यह देश में पहला मामला है। गोआ राष्ट्रीय खेलों में सर्वाधिक 10 डोप पॉजिटिव मामले एथलेटिक्स और उसके बाद सात वेटलिफ्टिंग में पाए गए।