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पीसीबी ने मुआवजे की बात क्यों की? खेलपथ संवाद नई दिल्ली। एशिया कप के बाद पाकिस्तान के लिए एक और बुरी खबर है। उसके हाथ से 2025 में होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी की मेजबानी जा सकती है। एशिया कप का आयोजन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने हाइब्रिड मॉडल पर किया था। तब 17 में से चार मुकाबले उसके मैदान पर खेले गए थे और 13 मैच श्रीलंका में हुए थे। अब चैम्पियंस ट्रॉफी के साथ भी कुछ ऐसा ही सकता है। पाकिस्तान से टूर्नामेंट की मेजबानी छिन सकती है या उसका आयोजन हाइब्रिड मॉडल पर होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूएई में टूर्नामेंट का आयोजन हो सकता है। अगर पाकिस्तान इस पर आपत्ति दर्ज कराता है तो फिर एशिया कप की तरह हाइब्रिड मॉडल के तहत उसे मेजबानी करनी होगी। दरअसल, बीसीसीआई अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने के लिए तैयार नहीं है। उसने एशिया कप में भी ऐसा ही किया था। अब चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भी बोर्ड अपने फैसले पर अडिग है। ऐसे में पीसीबी को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। चैम्पियंस ट्रॉफी की मेजबानी को लेकर पाकिस्तान परेशान है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी से उसके साथ चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 के मेजबानी अधिकार समझौते पर हस्ताक्षर करने का आग्रह किया है। पीसीबी ने इस बात पर जोर दिया कि अगर भारत राजनीतिक और सुरक्षा कारणों का हवाला देकर वहां खेलने से इनकार करता है तो पीसीबी को मुआवजा दिया जाना चाहिए। चैम्पियंस ट्रॉफ्री की मेजबानी पाकिस्तान के पास है, लेकिन आईसीसी ने अब तक पीसीबी के साथ महत्वपूर्ण मेजबानी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इसी वजह से पीसीबी अध्यक्ष जका अशरफ और सीओओ सलमान नसीर ने फरवरी-मार्च, 2025 में पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पर चर्चा करने के लिए अहमदाबाद में आईसीसी कार्यकारी बोर्ड से मुलाकात की थी।