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पदक तालिका में पहली बार पहुंचा चार पर खेलपथ संवाद पणजी। गोवा राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश ने न केवल पदकों का सैकड़ा लगाया बल्कि इन खेलों में झारखंड में जीते 103 पदकों को पीछे छोड़ते हुए एक नया कीर्तिमान बना डाला। सबसे बड़ी और दिलचस्प बात उसका पदक तालिका में चौथे स्थान पर काबिज होना है। मध्य प्रदेश ने अब तक 107 पदक अपनी झोली में डाल लिए हैं। गोवा में खेले जा रहे 37वें राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश ने कयाकिंग कैनोइंग, स्लालम, जूडो व ट्राइथलान में पदक जीते। इसी के साथ मध्य प्रदेश ने अपने कुल पदकों की संख्या 107 तक पहुंचा दी है। मध्य प्रदेश ने दूसरी बार यह उपलब्धि हासिल की है। इससे पहले मध्य प्रदेश ने पहली बार 2011 में झारखंड राष्ट्रीय खेलों में 103 पदक जीतकर कीर्तिमान रचा था। केनोइंग और स्लालम के इवेंट मापुसा स्थित चपोरा रिवर में सम्पन्न हुए। स्लालम के सभी चारों खिलाड़ियों ने जोरदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीते। पुरुष वर्ग में शुभम केवट ने के-1 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। भूमि बघेल ने महिला के-1 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता, रीना सेन ने महिला सी-1 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। विशाल वर्मा ने पुरुष सी-1 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। यही पर आयोजित क्याकिंग-केनोइंग में मध्य प्रदेश की मनस्वनी ने महिलाओं के के-1 इवेंट की 200 मीटर में रजत पदक जीता। कम्पेल ओपन ग्राउण्ड पणजी में मध्य प्रदेश की जूडो खिलाड़ी हिमांशी टोकस ने महिलाओं की -63 किलोग्राम भारवर्ग स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वहीं प्रतियोगिता के -52 किलोग्राम महिला स्पर्धा में संध्या तिवारी ने कांस्य पदक जीता। पणजी में ट्रायथलान में अंकुर चाहर, दुर्विषा पवार, रोशन गौडं और आध्या सिंह ने मिक्स रिले स्पर्धा में मप्र को कांस्य पदक दिलाया। उल्लेखनीय है कि गोवा राष्ट्रीय खेल 26 अक्टूबर से 09 नवम्बर तक आयोजित हुए जिसमें मध्यप्रदेश के 424 खिलाड़ियों ने 37 खेलों में भागीदारी की।