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खिलाड़ी ने कहा- हिंसा ने मेरा घर, मेरा सपना सब कुछ छीन लिया खेलपथ संवाद नई दिल्ली। मणिपुर हिंसा में नेशनल फुटबॉलर चिंगलेनसाना सिंह का घर जल गया। चिंगलेनसाना पिछले कुछ दिनों से अपने घर पर बात करने की कोशिश कर रहे थे। 3 मई को चिंगलेनसाना को स्टेट से पता चला कि मणिपुर में भड़की हिंसा में उन्होंने लगभग अपना सब कुछ खो दिया। उस समय वह एएफसी कप के प्लेऑफ में हैदराबाद एफसी टीम से खेल रहे थे। चिंगलेनसाना मैतई समुदाय से हैं और मणिपुर में चुराचांदपुर जिले के खुमुजामा लीकाई एरिया के रहने वाले हैं। चिंगलेनसाना सिंह ने कहा कि हिंसा ने मेरा घर, मेरा सपना, हमारा सब कुछ छीन लिया है। सिंह ने बताया कि, मैंने जब चुराचांदपुर में अपने घर जलने की बात सुनी तब मेरा दिल दहल गया। दंगाइयों ने मेरे द्वारा बनाए फुटबॉल ग्राउंड तक को नहीं छोड़ा। यह वास्तव में दिल दहला देने वाला था। मेरा सपना था की अपने एरिया के युवाओ को फुटबॉलर बनने के लिए एक मंच दूंगा, लेकिन दंगाइयों ने मुझसे मेरा सपना छीन लिया। फुटबॉलर ने आगे कहा कि, सौभाग्य से मेरा परिवार हिंसा से बच गया और सभी को राहत केंद्र ट्रांसफर कर दिया गया। कुछ दिनों की कोशिश के बाद जब चिंगलेनसाना अपनी मां से संपर्क करने में कामयाब रहे तब उन्होंने सुना की फोन में पीछे से गोलियों की आवाज आ रही है। उसे समय उन्होंने अपने घर जाने का फैसला किया। सिंह ने कहा कि, मेरा सपना था कि अपने इलाके के प्लेयर्स को प्रोफेशनल प्लेयर्स बनने में मदद करूं। ताकि वह प्लेयर्स आने वाले समय में नेशनल टीम के लिए खेले और देश का नाम रोशन करें। हालांकि, हिंसा ने मेरे लिए सब कुछ बदल दिया। अब मेरे लिए नई शुरुआत करने का समय है।