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कुश्ती जगत को एक साथ बैठने की दी सलाह ट्रायल में छूट पर सवाल उठाने वालों को भी दिया जवाब खेलपथ संवाद सोनीपत। भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख रहे बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन करने वाले बजरंग पूनिया व विनेश फोगाट ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर अपनी सफाई दी है। इस समय विदेश में प्रैक्टिस कर रहे दोनों पहलवान एक बार फिर ओलम्पिक पदक विजेता एवं भाजपा नेता योगेश्वर दत्त पर जमकर बरसे और उन पर सवाल भी उठाए। दोनों पहलवानों ने कुश्ती जगत को एक साथ बैठने की सलाह देते हुए अपने सवालों के जवाब देने को कहा है। उन्होंने कुश्ती छोड़कर नए पहलवानों को मौका दिए जाने की सलाह पर साफ कहा कि उन्होंने देश के लिए मेडल जीते हैं और अभी उनमें मेडल जीतने की क्षमता बाकी है। सोमवार को शाम के समय सोशल मीडिया पर लाइव आकर ओलम्पियन बजरंग पूनिया व विनेश फोगाट ने योगेश्वर दत्त समेत उन सभी खिलाड़ियों व विरोधियों पर जमकर भड़ास निकाली जो आंदोलनकारी खिलाड़ियों पर सवाल उठा रहे हैं। बजरंग पूनिया ने कहा कि अब आंदोलन खत्म होने के बाद कुछ लोग ‘बिलों’ से बाहर आ गये हैं और जमकर सलाह दे रहे हैं। साथ ही ये लोग कुश्ती की पवित्रता की बात कर रहे हैं, लेकिन जब इन लोगों ने नियमों को धता बताते हुए अपना चयन करवाया था, तब कुश्ती की पवित्रता कहां थी। उन्होंने कहा कि अब ट्रायल का मामला आया तो कुछ पहलवानों व कोचों का जमीर जाग गया, लेकिन सड़क पर पहलवान बेटियों के कपड़े फट रहे थे, तब वे कहां थे। विनेश फोगाट ने कहा कि अंतिम पंघाल जैसे नए खिलाड़ी अपने हक के लिए लड़ रहे हैं, उन्हें देखकर अच्छा लगा, लेकिन उन्हें सोचना चाहिए कि वे भी अपने हक के लिए सडक़ों पर आए थे। कुश्ती खत्म करने की सलाह देने वालों को उन्होंने कहा कि उनमें अभी कुश्ती बाकी है और मेडल जीतने की ललक है। मेडल जीतकर ही वे सीनियर खिलाड़ी बने हैं। अपने हक के लिए जब वे खून के आंसू रोये थे तो इन लोगों में से कोई नहीं आया था जो अब सोशल मीडिया पर ज्ञान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंतिम पंघाल अपनी जगह ठीक हैं, लेकिन वह यह समझे कि गलत हम भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग युवाओं को हतोत्साहित करना चाहते हैं, लेकिन ऐसे बरगलाने वालों से सावधान रहना पड़ेगा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा क्या योगेश्वर के लिए वोट नहीं मांगने के कारण वह उनसे अब बदला ले रहे हैं?