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एशियाई खेलों के पहले चल रहा अजीब दंगल अंतिम पंघाल बोलीं-स्टैंडबाई नहीं रहूंगी, सुप्रीम कोर्ट जाऊंगी खेलपथ संवाद नई दिल्ली। प्रतिभाशाली युवा पहलवान अंतिम पंघाल ने शनिवार को यहां एशियाई खेलों के हुए ट्रायल में 53 किलोग्राम महिला वर्ग में जीत हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया, लेकिन उनकी इस सफलता के कुछ ही समय बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने इस वर्ग में विनेश फोगाट को दी गई छूट को चुनौती देने वाली उनकी याचिका खारिज कर दी। अंतिम को पहले दौर में बाई मिली और इसके बाद 2022 अंडर-20 विश्व चैम्पियन ने तमन्ना पर 7-2 से जीत के साथ शुरुआत की। उन्होंने नेहा के खिलाफ तकनीकी श्रेष्ठता से जीत हासिल कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। अंतिम ने फाइनल में और भी दमदार प्रदर्शन किया और अपनी प्रतिद्वंद्वी मंजू को दो मिनट से कम समय में ही हरा दिया। चीन के हांगझोउ में होने वाले एशियाई खेलों में हालांकि विनेश फोगाट भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी, क्योंकि चयन समिति ने पहले ही उन्हें और पुरुष फ्रीस्टाइल पहलवान बजरंग पूनिया को सीधे प्रवेश दे दिया है। अंतिम ने कहा, ‘मैंने निष्पक्षता से ट्रायल जीता। मैं स्टैंडबाई खिलाड़ी क्यों बनूं। जिसने प्रतिस्पर्धा नहीं की उसे 53 किलोग्राम में स्टैंडबाई खिलाड़ी होना चाहिए। (अदालत में) मेरी याचिका खारिज कर दी गई है, लेकिन मैं नहीं रुकूंगी, मैं लड़ती रहूंगी, हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘अगर उसे इस तरह सीधे प्रवेश मिलता रहेगा, तो किसी को कैसे पता चलेगा कि हम कितने अच्छे हैं। हम कोशिश करते रहेंगे। मेरे कोच तय करेंगे कि हम आगे क्या करने जा रहे हैं, लेकिन लड़ाई जारी रहेगी। ऐसे में मेरे तीन मुकाबले जीतने का क्या मतलब है।’