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अयोध्या में होने वाली जनचेतना महारैली जुटेंगे 11 लाख समर्थक समर्थकों को सौंपी भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी खेलपथ संवाद गोंडा। सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में सिर्फ जाट ही दिखाई दे रहे हैं। अन्य किसी जाति के लोग वहां नहीं जाते। ऐसे में यह लड़ाई जाट बनाम अन्य की हो गई है। कहा कि जाट समाज के भी तमाम लोग उनके समर्थन में हैं। पहलवानों के यौन शोषण का आरोप झेल रहे कैसरगंज के भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया कि पांच जून को अयोध्या में प्रस्तावित जनचेतना रैली में 11 लाख से अधिक लोग शामिल होंगे। लोगों की भीड़ जुटाने को लेकर समर्थकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। साधु-संतों द्वारा आयोजित इस रैली में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और धर्मगुरु भी शामिल होंगे, इन्हें कार्यक्रम में विशेष स्थान दिया जाएगा। गोंडा जनपद से चार लाख लोगों के रैली में पहुंचने का टारगेट रखा गया है। मंगलवार को वह शहर के सिविल लाइंस स्थित रघुकुल विद्यापीठ में आयोजित तैयारी बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में साधु-संतों ने इस रैली का आयोजन किया है। इसमें देवीपाटन मंडल से लाखों लोग शामिल होंगे। अकेले गोंडा से चार लाख रैली में जाएंगे। उन्होंने समर्थकों का आह्वान किया कि यह यज्ञ है। साथ ही अस्तित्व की लड़ाई है। इसलिए सभी लोग रैली को सफल बनाने में पूरी ताकत लगा दें। तैयारी में बैठक में जिले के जिला पंचायत सदस्य, कई ब्लॉक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत सदस्य, सैकड़ों प्रधान व अन्य सामाजिक लोग मौजूद रहे। सबको लक्ष्य दिया गया है। सांसद ने कहा कि बुधवार को अयोध्या में वह तैयारी बैठक करेंगे। सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्रों में जाएंगे और फिर बाद में शहरी क्षेत्र के लोगों से मिलेंगे। शाम चार बजे लक्ष्मण किला में बैठक में शामिल होंगे। वहीं 25 मई को वह बहराइच जिले के कार्यकर्ताओं से मिलकर तैयारियों पर चर्चा करेंगे। 26 मई को बलरामपुर जिले में तैयारी बैठक करके लोगों में रैली में शामिल होने के लिए जोश भरेंगे। एक सवाल के जवाब में सांसद ने कहा कि वह जांच पर कोई सवाल नहीं उठा रहे हैं, लेकिन पहलवान जो आरोप लगा रहे हैं वह कमजोर हैं। रघुकुल विद्यापीठ में तैयारी बैठक करके लौट रहे सांसद बाहर समर्थकों की भीड़ देखकर काफी गदगद हो गए। गाड़ी में बैठते समय बोल उठे-इ यज्ञ होय, पूरी ताकत यहिमा झोंक देव। अस्तित्व की लड़ाई है। जो लोग धरने पर बैठे हैं वह रिटायर हो चुके हैं। जो कुश्ती की नई पौध को भी नष्ट करने में जुटे हैं। इसलिए उसे नजरंदाज कर अपने बच्चों का भविष्य देखें। सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में सिर्फ जाट ही दिखाई दे रहे हैं। अन्य किसी जाति के लोग वहां नहीं जाते। ऐसे में यह लड़ाई जाट बनाम अन्य की हो गई है। कहा कि जाट समाज के भी तमाम लोग उनके समर्थन में हैं।