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राष्ट्रमंडल खेलों की निराशा को किया दूर पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों में नहीं जीत पाई थीं पदक खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारत की अनुभवी मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने महिला विश्व चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया। उन्होंने 70-75 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। वह पहली बार विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने में सफल रही हैं। लवलीना ने ऑस्ट्रेलिया की कैटलिन पार्कर को जजों की समीक्षा में 4-3 से पराजित किया। वह विश्व चैंपियनशिप में इससे पहले 2018 और 2019 में कांस्य पदक जीती थीं। पार्कर ने लवलीना को दी कड़ी टक्कर लवलीना ने मुकाबले में अच्छी शुरुआत की। उन्होंने पहले दौर में पार्कर पर सीधे पंच लगाए। हालांकि पार्कर ने भी जवाब दिया, लेकिन लवलीना के पक्ष में यह दौर 3-2 से गया। अगले दौर में पार्कर ने जबरदस्त वापसी की और 1-4 से इस दौर को अपने नाम कर लिया। तीसरे दौर में मुकाबले बेहद कड़ा हुआ। दोनों ही मुक्केबाजों ने एकदूसरे पर मुक्के बरसाए। नतीजतन मुकाबले को समीक्ष के लिए भेजा गया, जहां पर्यवेक्षक और सुपरवाइजर ने के स्कोर मिलाकर फैसला लवलीना के पक्ष में गया। लवलीना बोरगोहेन पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों में 66 से 70 किलोग्राम भारवर्ग (लाइट मिडल वेट) के क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गई थीं। उन्हें वेल्स की रोजी एकल्स ने 3-2 से हरा दिया था। टोक्यो ओलंपिक में कांस्य जीतने वाली लवलीना 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भी कोई पदक नहीं जीत पाई थीं। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की शुरुआत से पहले लवलीना ने प्रैक्टिस नहीं कर पाने का आरोप लगाया था। जिसपर खूब बवाल भी हुआ था। यह विवाद कोच को लेकर हुआ था। राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर होने के बाद लवलीना की काफी आलोचना हुई थी। उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर उस निराशा को दूर किया। प्रधानमंत्री मोदी ने की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लवलीन बोरगोहेन की जीत पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन के लिए लवलीना बोरगोहेन को बधाई। उन्होंने कमाल का हुनर दिखाया। उनकी जीत पर भारत बेहद खुश है।