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विश्व यूथ भारोत्तोलन चैम्पियनशिप में भारत के 13 भारोत्तोलक दिखाएंगे जौहर खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारोत्तोलक सेनापति गुरुनायडू एक बार फिर विश्व यूथ चैम्पियन बनने का दावा ठोकने जा रहे हैं। वह डरेस (अल्बानिया) में 25 मार्च से एक अप्रैल तक होने वाली विश्व यूथ भारोत्तोलन चैम्पियनशिप में खेलने जा रहे हैं। बीते वर्ष जून माह में गुरुनायडू ने लियोन (मैक्सिको) में हुई इस चैम्पियनशिप में 55 किलो भार वर्ग का स्वर्ण जीता था। इस बार भी वह इसी भार में अपनी चुनौती पेश करने जा रहे हैं। पिछली बार इस चैम्पियनशिप में भारत ने एक स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य पदक जीतकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। पिछली बार इस चैम्पियनशिप में पांच पुरुष और सात महिला भारोत्तोलकों ने भाग लिया था, इस बार भारतीय भारोत्तोलन संघ (आईडब्ल्यूएलएफ) ने इस चैंपियनशिप के लिए 13 सदस्यीय (छह पुरुष और सात महिलाओं) का चयन किया है। पिछली बार इस चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले छह भारोत्तोलकों में से दो वर्तमान टीम में शामिल हैं। इनमें सेनापति गुरुनायडू और आकांक्षा व्यवहारे शामिल हैं। आकांक्षा ने बीते वर्ष जीता था रजत पिछली चैम्पियनशिप में महाराष्ट्र की आकांक्षा ने 40 किलो भार वर्ग में 127 किलो वजन उठाकर रजत पदक जीता था, जबकि गुरुनायडू ने 230 किलो वजन उठाया था। इस बार आकांक्षा 45 भार वर्ग में खेलने जा रही हैं। डरेस में खेलने जा रहे पुरुष भारोत्तोलकों में एल धनुष, तुफैल (49), सेनापति गुरुनायडू, तोमछोऊ मितेई (55), गोलम टिंकू (61), बेदाब्रत भराली (67) शामिल हैं। महिला भारोत्तोलकों में ज्योत्सना साबर (40), अश्मिता धोने, आकांक्षा व्यवहारे (45), कोयल बार (49), मीना सांता (55), संजना (76), एम मार्टिना देवी (प्लस 81 किलो) शामिल हैं। मणिपुर की मार्टिना देवी ने खेलो इंडिया गेम्स में रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण जीता था। आईडब्ल्यूएलएफ के अध्यक्ष सहदेव यादव का कहना है कि भारतीय भारोत्तोलकों से इस चैंपियनशिप में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। गुरुनायडू इस बार भी कमाल दिखा सकते हैं। मार्टिना देवी भी अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। लियोन (मैक्सिको) में हुई विश्व यूथ चैंपियनशिप में 55 किग्रा भार वर्ग में 230 किलो वजन उठाकर गुरुनायडू ने स्वर्ण जीता था।