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जसबीर कौर ने उम्र को बताई धता, एशियन गेम्स के लिए चयनित खेलपथ संवाद नई दिल्ली। उम्र सिर्फ एक आंकड़ा है। यदि इंसान में कुछ कर गुजरने का जज्बा और जोश हो तो उसे सफलता से कोई नहीं रोक सकता। इस बात को सिद्ध किया है डबवाली की जसबीर कौर ने। उन्होंने अपनी किस्मत खुद लिखी है वह भी 40 साल की उम्र में। दो बेटों की मां जसबीर कौर खेलों में नई पटकथा लिख रही हैं। डबवाली की जसबीर कौर की उम्र करीब 40 वर्ष है। दो बेटे हैं। बड़े बेटे की उम्र 20 तो छोटे की उम्र 15 साल है। साल 2018 में छोटे बेटे गुरमुख ने खेलना शुरू किया था। जसबीर उसे घर से मैदान छोड़तीं, वापस ले जाती। कहते हैं कि जिंदगी में कब बदलाव आ जाए, कुछ पता नहीं होता। ऐसा ही हुआ जसबीर के साथ। आखिरकार चूल्हा-चौका करने वाली महिला दहलीज पार करके मैदान में पहुंची और बच्चों के साथ मैदान में पसीना बहाना शुरू कर दिया। साल 2018 में आंध प्रदेश में हुई नेशनल मास्टर्स एथलेटिक चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता। इस जीत ने जसबीर की किस्मत ही पलट दी, खेलों के प्रति जुनून पैदा हो गया। धूप हो या छांव, तीन घंटे मैदान में बिताने लगीं। परिणाम वर्ष 2023 में सामने आया है। कोलकाता में 14 से 18 फरवरी तक आयोजित 43वीं नेशनल मास्टर्स एथलेटिक चैम्पियनशिप में 100 मीटर हर्डल में जसबीर ने गोल्ड मेडल जीता है। खास बात यह है कि प्रतियोगिता में तामिलनाडु, केरल, चंडीगढ़, गोवा, पंजाब आदि राज्यों की खिलाड़ी थीं, उन सबसे अधिक उम्र की खिलाड़ी डबवाली की यह महिला थी। प्रतियोगिता का आयोजन मास्टर्स एथलेटिक फेडरेशन आफ इंडिया की ओर से किया गया था। हरियाणा का नाम ऊंचा करने वाली इस महिला का चयन एशियन गेम्स के लिए हुआ है। बता दें, डबवाली के वार्ड नंबर एक स्थित गली दर्जियों वाली निवासी गुरप्रीत सिंह नामधारी की पत्नी जसबीर कौर ग्रेजुएट, डीफार्मा हैं। खुद को फिट रखने के लिए डाइट चार्ट तैयार किया हुआ है, कड़ाई से उसकी पालन करती हैं। तभी तो दो बच्चों की मां होने के बावजूद नेशनल चैम्पियनशिप में गोल्ड जीता है।