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जीत के मुहाने तक पहुंच कर हारना अजीब लगा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। महिला टी20 विश्व कप में टीम इंडिया का सफर खत्म हो चुका है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में भारत को पांच रन से हार का सामना करना पड़ा। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम सातवीं बार महिला टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंच गई है। इस मैच से पहले ही भारत के लिए चुनौतियां शुरू हो गई थीं और कई अहम खिलाड़ी मैच से पहले पूरी तरह फिट नहीं थीं। हालांकि, जब भारतीय टीम खेलने उतरी तो युवा खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया और टीम इंडिया मैच में बनी रही। एक समय तक लग रहा था कि भारत मैच जीत सकता है, लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर ऋचा घोष गलत समय पर आउट हो गईं और टीम इंडिया पांच रन से मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। यहां हम भारत की हार के कारण बता रहे हैं। सेमीफाइनल मैच से पहले भारत की टीम मुश्किल में फंस गई थी। पूजा वस्त्राकर बीमार होने के कारण नहीं खेल पाईं। कप्तान हरमनप्रीत, स्मृति मंधाना और राधा यादव जैसी खिलाड़ी मैच से पहले पूरी तरह फिट नहीं थीं। पूजा की जगह स्नेह राणा टीम में शामिल हुईं और मैच भी खेल गईं। पूजा कंजूसी से गेंदबाजी करने के लिए जानी जाती हैं, लेकिन स्नेह ने चार ओवर में 33 रन लुटा दिए। वहीं, मंधाना और राधा यादव भी कुछ खास नहीं कर पाईं। भारत की करीबी हार में इन बातों का अहम योगदान था, क्योंकि फिटनेस की कमी के चलते भारतीय खिलाड़ियों में आत्मविश्वास भी कम था। रेणुका सिंह भारत की सबसे सफल गेंदबाज रही थीं। इस मैच में भी उनसे शानदार प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन वह पूरी तरह फ्लॉप रहीं और चार ओवर में बिना कोई विकेट लिए 41 रन लुटा दिए। इसी वजह से ऑस्ट्रेलियाई टीम को बेहतरीन शुरुआत मिली और अंत में भी रेणुका ने रन लुटाते हुए ऑस्ट्रेलिया को 172 रन बनाने दिए। भारतीय टीम ने इस मैच में बेहद ही खराब फील्डिंग की नौवें ओवर में मेग लैनिंग का आसान कैच छूटा तब वह एक रन पर खेल रही थीं। इसके बाद उनको स्टंप आउट करने का मौका विकेटकीपर ऋचा घोष ने गंवाया। इस समय वह नौ रन पर बल्लेबाजी कर रही थीं। अंत में लैनिंग ने नाबाद 49 रन बना दिए और ऑस्ट्रेलिया को अच्छे स्कोर तक पहुंचा दिया। 32 रन के स्कोर बेथ मूनी को भी जीवनदान मिला और उन्होंने 54 रन की शानदार पारी खेली। फील्डिंग के दौरान भारत ने 10 से 12 रन गंवाए और यही रन हार-जीत का अंतर साबित हुए। इस मैच में भारत ने पावरप्ले में कोई विकेट नहीं लिया और पहले विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी होने दी। 52 रन के स्कोर पर पहला विकेट गिरा, लेकिन इसके बाद गेंदबाज दबाव नहीं बना पाए। खराब फील्डिंग के चलते ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज लगातार साझेदारी करते गए और टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचाया। अंत के ओवरों में भारतीय गेंदबाज रन रोकने में भी नाकाम रहे और ऑस्ट्रेलियाई टीम बड़े स्कोर तक पहुंचने में नाकाम रही। भारत की अंडर-19 टीम ने हाल ही में टी20 विश्व कप जीता था और इसमें सबसे ज्यादा रन सलामी बल्लेबाजों ने बनाए थे, इनमें शेफाली वर्मा भी एक थीं, लेकिन अहम मैच में वह नौ रन बनाकर आउट हो गईं। उपकप्तान स्मृति मंधाना दो रन और यास्तिका भाटिया चार रन बनाकर आउट हो गईं। 173 रन का पीछा करते हुए भारत ने तीन विकेट 28 रन पर गंवा दिए थे। ऐसे में टीम इंडिया के लिए जीत बेहद मुश्किल हो गई थी। जेमिमा ने 24 गेंद में 43 रन और हरमनप्रीत कौर ने 34 गेंद में 52 रन की पारी खेल मैच में भारत की वापसी कराई। 15वें ओवर में हरमनप्रीत के रन आउट होने से पहले टीम इंडिया जीत की तरफ बढ़ती दिख रही थी। वह लापरवाह तरीके से भाग रही थीं और खराब किस्मत के चलते आउट हो गईं। उनके आउट होने के बाद भी ऋचा घोष से उम्मीद थी कि वह जीत दिलाएगीं, क्योंकि पिछले कई मैचों में उन्होंने ऐसा किया था, लेकिन वह भी सेमीफाइनल का दबाव नहीं झेल पाईं और अगले ही ओवर में आउट हो गईं। हरमनप्रीत और ऋचा घोष के आउट होने के बाद पूजा वस्त्राकर की कमी खली जो बीमार होने के कारण मैच नहीं खेल रही थीं। उनकी जगह आईं स्नेह राणा 10 गेंद में 11 रन ही बना पाईं। दीप्ति भी तेज गति से रन नहीं बना सकीं और भारत पांच रन से हार गया। आखिरी दो ओवर में भारत को जीत के लिए 20 रन चाहिए थे, लेकिन दीप्ति शर्मा और स्नेह राणा की जोड़ी ऐसा नहीं कर पाई।