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अंडर-23 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप खेलपथ संवाद सोनीपत। अंडर-23 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के लिए चयनित 30 पहलवानों में से 21 को स्पेन दूतावास ने वीजा जारी नहीं किए। उसने तकनीकी कारणों को आधार बनाकर वीजा आवेदन अस्वीकार कर दिया। इससे भारतीय दल स्पेन में 17 से 23 अक्टूबर तक होने वाली चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाएगा। भारतीय कुश्ती संघ ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इस मसले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने का फैसला किया है। भारतीय खेलों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब खिलाड़ियों को विश्व स्पर्धा के लिए वीजा नहीं मिला। इस कदम से पहलवान मायूस हैं। गौरतलब है कि भारतीय खेल प्राधिकरण के उत्तरी क्षेत्रीय केंद्र (साई) ने सोनीपत में ट्रायल के आधार पर अंडर-23 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के लिए 23 सितम्बर को 30 पहलवानों का चयन किया गया था। ग्रीको व महिला वर्ग में सभी 20 भार वर्ग में हरियाणा के पहलवानों ने स्थान पक्का किया। फ्रीस्टाइल वर्ग में भी 10 में से प्रदेश के 7 पहलवान चयनित हुए। 30 पहलवानों में से 27 हरियाणा से चुने गए थे। भारतीय कुश्ती संघ ने 4 अक्टूबर को वीजा के लिए आवेदन किया था। ग्रीको रोमन के 6, फ्री स्टाइल के दो और एक महिला पहलवान पहले ही स्पेन के लिए रवाना हो चुके हैं। ऐन वक्त पर बाकी 21 पहलवानों का स्पेन दूतावास ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए आवेदन रद्द कर दिया। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि भारतीय कुश्ती संघ स्पेन दूतावास के नकारात्मक रवैये को लेकर विश्व कुश्ती संघ को लिखित में शिकायत करेगा। भविष्य में स्पेन में किसी भी महत्वपूर्ण प्रतियोगिता के आयोजन पर रोक लगाने की मांग रखेगा।