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सुमबुल रशीद की ख्वाहिश उसे दुनिया लेडी कपिल देव के रूप में जाने
खेलपथ संवाद
आगरा। भारतीय महिला क्रिकेट को कई नायाब सितारा क्रिकेटर देने वाले ताज नगरी आगरा में एक और बेजोड़ होनहार बेटी अपनी तेज गेंदबाजी को फिलवक्त अपने पिता हारुन रशीद की देखरेख में धार दे रही है। यह बेटी लीजेंड हरफनमौला क्रिकेटर कपिल देव जैसा बनने की न केवल ख्वाहिश रखती है बल्कि चाहती है कि उसे दुनिया लेडी कपिल देव के रूप में जाने।
आगरा की यह होनहार बेटी है सुमबुल रशीद। 18 सितम्बर, 2022 को गार्गी कॉलेज मैदान नई दिल्ली में अपने आदर्श कपिल देव से मिलने के बाद बेटी सुमबुल बोली पाजी मैं आप जैसा बनना चाहती हूं। इस होनहार बेटी के हौसले को सलाम करते हुए लीजेंड कपिल ने कहा कि बेटी तुम मुझसे बड़ी खिलाड़ी बनो और मादरेवतन का मान बढ़ाओ।
आज हमारे देश में क्रिकेट की लोकप्रियता चरम पर है लेकिन एक समय ऐसा भी था जब भारत में तेज गेंदबाजों का अकाल था। तब स्पिनरों के मोहपाश में फंसे क्रिकेटप्रेमियों को लगता था कि हिन्दुस्तान में कभी तेज गेंदबाज पैदा ही नहीं हो सकते। लोगों के इस मिथक को यदि किसी ने तोड़ा तो वह कोई और नहीं बल्कि कपिल देव ही हैं। कपिल देव ने तेज गेंदबाजी की एक ऐसी नींव रखी कि आज हर प्रतिभाशाली क्रिकेटर उन जैसा ही हरफनमौला खिलाड़ी बनना चाहता है।
सुमबुल रशीद कहती है कि मैं टीवी पर देखती हूं कि आज एक से बढ़कर एक शानदार तेज गेंदबाज हमारे देश में हैं। मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि एबीपी न्यूज द्वारा महिला क्रिकेट टैलेंट हंट की वजह से मुझे कपिल देव सर से मिलने का अवसर मिला। मैंने कपिल सर से मुलाकात में बोली कि मैं आप जैसी बनूंगी। कपिल सर ने मुझसे मुस्कुराते हुए कहा, नहीं बेटी तुम्हें मुझसे भी बेहतर बनना है।
कपिल सर के इन शब्दों को मैंने आदेश रूपी आशीर्वाद समझ कर अपनी जिंदगी का मूलमंत्र बना लिया है। सुमबुल कहती है कि मैं एक न एक दिन स्वयं को महिला क्रिकेट की सबसे तेज गेंदबाज, जरूरत पड़ने पर लम्बे हिट लगाने वाली बल्लेबाज तथा शानदार क्षेत्ररक्षक के रूप में स्थापित करके रहूंगी। जोश से भरी 17 वर्षीय यह लड़की सुमबुल रशीद जिस तरह से 115 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ तेज गेंदबाजी कर रही है, उसे देखते हुए उम्मीद की जानी चाहिए कि वह दिन दूर नहीं जब यह बिटिया टीम इंडिया का हिस्सा होगी।
दिव्यांग क्रिकेट को पूरी तरह से समर्पित हारुन रशीद की बेटी सुमबुल रशीद में प्रतिभा ही नहीं इस खेल को बहुत कुछ देने का जुनून भी है। फिलवक्त यह बेटी अपनी गति को और बढ़ाने के लिए दिन-रात अथक मेहनत कर रही है। इस बेटी की लगन और मेहनत को देखकर कोई शक नहीं कि यह एक दिन बड़ा मुकाम हासिल करके रहेगी। सुमबुल रशीद कहती है कि जब मैं गेंदबाजी करूं तो विपक्षी टीम को लगना चाहिए कि कोई तेज गेंदबाज गेंदें डाल रही है।
होनहार सुमबुल कहती है कि वह जरूरत पड़ने पर विध्वंसक बल्लेबाजी करने के गुर भी सीख रही है। अभ्यास के दौरान यह बेटी जिस तरह के लम्बे और पॉवरफुल शॉट लगाती है, उसे देखकर इसमें बरबस ही कपिल देव का अश्क नजर आने लगता है। सुमबुल की लगन और मेहनत तथा लीजेंड कपिल देव के अल्फाज उसके हौसले में इजाफा करते हैं। इस बेटी का कहना है कि उसकी मंजिल अभी दूर है लेकिन वह बेहतर से बेहतर प्रदर्शन कर एक न एक दिन उस मुकाम को जरूर हासिल करेगी जोकि उसका अंतिम लक्ष्य है। काश इस बेटी की अतिशीघ्र मुराद पूरी हो और इसे दुनिया लेडी कपिल देव के रूप में जाने।