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नई दिल्ली। शतरंज विश्व चैम्पियन मैग्नस कार्लसन ने साथी ग्रैंडमास्टर हेंस नीमैन पर धोखेबाजी का आरोप लगाया। उन्होंने साथ ही कहा कि वह ऐसे किसी प्रतिद्वंद्वी के विरुद्ध नहीं खेलेंगे जो इस तरह के गलत काम में लिप्त हो। कार्लसन ने सोमवार देर रात बयान जारी किया जिससे एक हफ्ते पहले वह जूलियस बेयर जेनरेशन कप में इस अमेरिकी के विरुद्ध सिर्फ एक चाल के बाद मैच से हट गए थे। इससे पहले नार्वे के 31 साल के कार्लसन नीमैन के विरुद्ध हैरान करने वाली हार के बाद सेंट लुई में सिंकफील्ड कप से भी हट गए थे। कार्लसन ने लिखा कि मेरा मानना है कि नीमैन ने हाल के समय में बहुत अधिक धोखेबाजी की है, जितना उसने सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है उससे भी अधिक। उसकी प्रगति असामान्य रही है और सिंकफील्ड कप में हमारी बाजी के दौरान मुझे यह अहसास हुआ कि वह बिल्कुल भी तनाव में नहीं है और यहां तक कि अहम लम्हों पर खेल पर पूरी तरह से ध्यान भी केंद्रित नहीं कर रहा था। उसने काले मोहरों से खेलते हुए मुझे ऐसे हराया जैसे बहुत कम लोग कर सकते हैं। कार्लसन ने कहा कि इस बाजी से मेरा नजरिया बदल गया। नीमैन ने इससे पहले स्वीकार किया था कि उन्होंने 'चेस डाट काम' पर दो बार धोखेबाजी की। एक बार जब वह 12 साल के थे और दूसरी बार जब वह 16 साल के थे। उन्होंने मैच के दौरान धोखेबाजी से इन्कार किया। कार्लसन ने लिखा कि मेरा मानना है कि शतरंज में धोखा देना एक बड़ी बात है और खेल तथा शतरंज के आयोजकों के लिए एक संभावित खतरा है और उन सभी के लिए जो खेल की पवित्रता की परवाह करते हैं। उन्हें सुरक्षा उपायों और धोखाधड़ी का पता लगाने के तरीकों को बढ़ाने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। विश्व चैंपियन कार्लसन ने स्पष्ट किया कि वह नीमैन के विरुद्ध या धोखा देने वाले किसी अन्य खिलाड़ी के विरुद्ध खेलने के इच्छुक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमें धोखेबाजी को लेकर कुछ करना होगा और भविष्य में मैं ऐसे लोगों के विरुद्ध नहीं खेलना चाहता जिन्होंने अतीत में लगातार धोखेबाजी की हो क्योंकि नहीं पता कि वे भविष्य में क्या कर सकते हैं।