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1986 में भारत के खिलाफ मैच में रोने लगे थे दो पाकिस्तानी खिलाड़ी दुबई। भारत और पाकिस्तान की टीमें रविवार को एशिया कप में आमने-सामने होंगी। इन दो देशों के बीच मैच का दबाव खिलाड़ियों पर भी होता है। भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ी हर हाल में यह मैच जीतना चाहते हैं। यहां तक कि खिलाड़ी मैच में हार के डर से रोने भी लगते हैं। ऐसा ही वाकया 1986 में हुआ था। तब पाकिस्तान के दो खिलाड़ी रोने लगे थे। इसका खुलासा पूर्व पाकिस्तानी कप्तान वसीम अकरम ने किया है। 18 अप्रैल को एशिया कप का फाइनल मैच भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया था। इसी मैच में जावेद मियांदाद ने चेतन शर्मा की आखिरी गेंद पर छक्का मारकर टीम को जीत दिलाई थी। भारत ने 50 ओवर में सात विकेट पर 245 रन बनाए थे। सुनील गावस्कर ने 92, क्रिस श्रीकांत ने 75 और दिलीप वेंगसरकर ने 50 रन बनाए थे। पाकिस्तान को जीत के लिए 246 रन बनाने थे। जावेद मियांदाद ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर पाकिस्तानी टीम को जीत दिलाई थी। उन्होंने मैच में नाबाद 116 रन बनाए थे। मोहसिन खान ने 36 और अब्दुल कादिर ने 34 रन की पारी खेली थी। इसी मैच से जुड़ा एक किस्सा अकरम ने स्टार स्पोर्ट्स के एक शो में सुनाया। उनके साथ पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव भी वहां मौजूद थे। अकरम ने बताया कि आखिरी ओवर में भारतीय टीम जीतने वाली थी और दो पाकिस्तानी खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम में बैठकर जमकर रो रहे थे। अकरम ने कहा, ''मुझे वह दिन आज भी याद जब मैं मैच में रन आउट हो गया था। उस समय मैं युवा खिलाड़ी था। मेरे साथ टीम में जाकिर खान और मोहसिन कमाल भी युवा थे। दोनों खिलाड़ी मैच में नहीं खेल रहे थे। इसके बावजूद भी लगातार रोए जा रहे थे। मैंने उनसे पूछा कि क्यों रो रहे हो भाई? इस पर दोनों ने कहा कि हमें यह मुकाबला जीतना है। मैंने उनसे फिर कहा कि अगर तुम्हारे रोने से मैच जीत सकते तो मैं भी तुम दोनों के साथ रोता। हम उम्मीद करते हैं मियांदाद कमाल दिखा दें।''