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बर्मिंघम। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन चोट के बाद इंग्लैंड की टीम के साथ जुड़ने के लिए तैयार हैं। एंडरसन ने मैच से पहले कहा है कि उन्होंने पिछले दो दशक में कोई ऐसी टीम नहीं देखी है, जो इतनी निर्भीक हो। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैच की शुरुआत पिछले साल हुई थी, लेकिन कोरोना की वजह से आखिरी मैच नहीं हो पाया था, जो अब एक जुलाई से शुरू हो रहा है। यह मैच इंग्लैंड-न्यूजीलैंड मैच से ठीक चार दिन बाद शुरू हो रहा है। नए कोच ब्रेंडन मैक्कुलम और नए कप्तान बेन स्टोक्स की अगुवाई में इंग्लैंड ने हाल ही में न्यूजीलैंड को अपने घर में 3-0 के अंतर से हराया है। इस सीरीज से पहले इंग्लैंड ने पिछले 17 टेस्ट में सिर्फ एक मैच जीता था। यह मैच भी भारत के खिलाफ था, लेकिन टीम इंडिया ने शानदार वापसी करते हुए सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली थी। इंग्लैंड के बल्लेबाज शानदार लय में इस सीरीज में इंग्लैंड के लिए जो रूट और जॉनी बेयरस्टो ने शानदार प्रदर्शन किया। दोनों ने दो-दो शतक लगाए और 400 के करीब रन बनाए। न्यूजीलैंड के खिलाफ 277, 299 और 296 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम बहुत ही सहज नजर आई और हर बार आसानी से लक्ष्य की पीछा किया। 2002 में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत करने वाले एंडरसन इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं और इस फॉर्मेट में वो सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले इंग्लैंड के खिलाड़ी हैं। उन्होंने 651 विकेट लिए हैं। 39 साल के इस तेज गेंदबाज ने कहा कि उनके लिए यह चौकाने वाला था कि पूरी सीरीज में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने कैसे 4.54 के रन रेट से बल्लेबाजी की। उन्होंने कहा कि इससे पहले उन्होंने ऐसा माहौल कभी नहीं देखा था। उनकी टीम 300 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। पिच में गेंद घूम रही थी और सभी खिलाड़ी जीत को लेकर पूरी तरह निश्चिंत थे। एंडरसन ने अपने 20 साल के करियर में ऐसा पहले कभी नहीं देखा था। एक गेंदबाज के रूप में वो उनके लिए डरावना था। वो नहीं चाहेंगे कि कोई बल्लेबाज इस मानसिकता के साथ उनके खिलाफ खेले, लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पास जो आत्मविश्वास है वो शानदार है, वो पूरी तरह से निर्भीक हैं। कोरोना की वजह से बाहर हैं रोहित रोहित शर्मा कोरोना की वजह से टेस्ट मैच से लगभग बाहर हो चुके हैं। हालांकि, भारतीय कोच द्रविड़ का कहना है कि वो आखिरी पल तक रोहित को टीम में शामिल करने की कोशिश करेंगे। पिछले साल सीरीज में रोहित सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने चार मैचों में 368 रन बनाए थे, जिसमें ओवल में 127 रन की पारी शामिल थी। वहीं, राहुल ने 315 रन बनाए थे और उन्होंने लॉर्ड्स में 129 रन की पारी खेली थी, लेकिन ये दोनों ही इस मैच में उपलब्ध नहीं होंगे। इसके साथ ही टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली लंबे समय से शतक के लिए जूझ रहे हैं। इस वजह से टीम इंडिया के लिए आखिरी मैच जीतकर सीरीज अपने नाम करना मुश्किल होगा। इंग्लैंड की टीम शानदार लय में है और चोट से जूझ रही भारतीय टीम के लिए यह मैच बचाना भी मुश्किल हो सकता है। ऐसे में आक्रामक रुख अपना कर ही भारत यह मैच जीत सकता है और इंग्लैंड को बैकफुट में ढकेल सकता है। अगर भारत यह मैच जीत लेता है या ड्रॉ करा पाता है तो 2007 के बाद पहला मौका होगा, जब भारत इंग्लैंड में कोई टेस्ट सीरीज जीतेगा।