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बन सकते हैं तीसरे भारतीय फॉर्मूला-1 ड्राइवर खेलपथ संवाद नई दिल्ली। युवा भारतीय रेसर जेहान दारुवाला ने आठ बार की कंस्ट्रक्टर्स विजेता मैक्लारेन के साथ फॉर्मूला-1 टेस्ट पास कर लिया है। साथ ही उन्हें फॉर्मूला-1 रेसर का लाइसेंस हासिल करने की योग्यता मिल गई है। तीसरे फॉर्मूला-1 भारतीय ड्राइवर बनने की ओर अग्रसर 23 वर्षीय जेहान ने मंगलवार और बुधवार को वोकिंग आधारित रेस टीम की 2021 की विजेता चैलेंजर द एमसीएल35एम को सिल्वरस्टोन में चलाया। जेहान का पहला टेस्ट मशीनरी का था। उन्होंने दो दिन में संयुक्त रूप से 130 से अधिक चक्कर पूरे किए। दो बार से अधिक दूरी एफ-1 ड्राइवर ब्रिटिश ग्रां पी के दौरान सप्ताहांत पर कवर करेंगे। लाइसेंस के लिए पर्याप्त समय निकाला जेहान ने ट्रैक पर उतना समय निकाला, जिसकी फॉर्मूला-1 ड्राइवर बनने के लिए जरूरी है। दोनों दिन उन्होंने यह रेस बिना थके पूरी की। वर्तमान में फॉर्मूला-2 के विजेता जेहान इटली की टीम प्रेमा के साथ अभ्यास करते हैं। यह फीडर सीरीज फॉर्मूला-1 से एक कदम पीछे है और समग्र रूप से तीसरे नंबर पर। पहली बार चलाई एफ-1 कार: जेहान रेस पूरी करने के बाद जेहान ने कहा कि पहली बार फॉर्मूला-1 कार चलाकर उन्हें वाकई बहुत आनंद आया। उन्होंने कहा कि ऐसा लगा, जैसे अपने घर में हैं। यह काफी शारीरिक श्रम की मांग वाला था लेकिन उन्हें फिटनेस में कोई समस्या नहीं आई। जेहान ने कहा कि इससे पता चला कि सप्ताहांत पर टीमें किस तरह काम करती हैं। उन्होंने कहा कि रेस पूरी करने के लिए हमने जो खाका खींचा था, उसी के अनुसार काम किया। हमने अलग तरह के टायर, ईंधन आदि का सही मिश्रण किया। इसने उन्हें अच्छा अनुभव दिया। उन्होंने कहा कि वह बहुत खुश हैं। किस तरह से उन्होंने मुकाबला किया और माइलेज का पूरा कर पाए। उन्होंने कहा कि वह हर चक्कर को करीब से पूरा करने में सक्षम थे। उन्होंने कहा कि अब एक कार को फिर से चलाने के लिए इंतजार नहीं कर सकते।