Visit Website
Logout
Welcome
Logout
Dashboard
Social Links
Advertisment
Add / Edit Category
Add News
All News
Newspaper
Book
Videos
Bottom Marquee
About
Sampadika
Contact
Change Password
Dashboard
News Edit
Edit News Here
News Title :
News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
News Image:
Category:
अपनी बात
शख्सियत
साक्षात्कार
आयोजन
मैदानों से
ग्वालियर
राज्यों से
क्रिकेट
स्लाइडर
प्रतिभा
अंतरराष्ट्रीय
शिक्षा
Description:
जुड़वां बच्चों को जन्म दे जीते दो गोल्ड
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
कहते हैं उम्र एक संख्या है, यदि हिम्मत और कुछ करने का जुनून हो तो लम्बे समय तक सफलता की कहानी लिखी जा सकती है। कुछ ऐसा ही जज्बा दिखाया है स्क्वॉश खिलाड़ी दीपिका पल्लिकल ने। जुड़वा बच्चों को जन्म देने के बाद जब लग रहा था कि दीपिका का दीप बुझ गया तभी उसने अपने मजबूत इरादों से एक नई कहानी लिख दी।
दीपिका पल्लिकल ने हाल ही में यूनाइटेड किंगडम के ग्लासगो में आयोजित वर्ल्ड स्क्वॉश चैम्पियनशिप में जोशना चिनप्पा और सोरभ घोषाल के साथ मिलकर दो गोल्ड मैडल हासिल किए हैं। दीपिका के लिए यह इसलिए भी बड़ी उपलब्धि है क्योंकि वे तीन साल तक स्क्वॉश के खेल से दूर रहीं। टाइम्स ऑफ इंडिया को हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में दीपिका ने कहा, पिछले तीन साल में मेरी बॉडी में काफी बदलाव आया है, मैं पहले जैसी फुर्तिली और मजबूत कद काठी की तो नहीं रही पर मुझमें धैर्य रखने की क्षमता जरूर विकसित हुई है।
स्क्वॉश खेल की माहिर खिलाड़ी दीपिका पल्लिकल ने साल 2015 में नेशनल और इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे दिनेश कार्तिक से शादी रचाई। अपने ग्लैमर के लिए भी चर्चित रही दीपिका के पति अभी आईपीएल 2022 में आरसीबी की तरफ से अपने बल्ले का जलवा दिखा रहे हैं। दिनेश कार्तिक इस समय 'आईपीएल के धोनी' कहे जाने लगे हैं।
दीपिका ने जुड़वा बच्चों को जन्म देने के छह माह के भीतर ही वर्ल्ड स्क्वॉश चैंपियनशिप में वापसी की। दीपिका ने मिक्स डबल्स में जहां अपने जोड़ीदार सौरभ घोषाल के साथ मिलकर गोल्ड जीता तो वहीं जोशना चिनप्पा के साथ मिलकर वुमन डबल्स में गोल्ड हासिल किया।
21 सितंबर, 1991 में जन्मी दीपिका पल्लिकल की मां क्रिकेटर रही हैं। दीपिका ने बचपन से ही स्क्वॉश खेलना शुरू कर दिया था। दीपिका महज 13 साल की थी जब उनका स्क्वॉश फेडरेशन से विवाद हो गया था और इसके चलते उनको बैन भी किया गया। साल 2012 से 2015 तक दीपिका ने नेशनल चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं लिया था। उनका कहना था कि पुरुष और महिला खिलाड़ियों के प्राइज मनी में 40 फीसदी का अंतर है। जब तक इसमें बराबरी नहीं आएगी तब तक वे चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं लेंगी। आखिरकार, साल 2016 में प्राइज मनी को बराबर किया गया।
पुरस्कार और सम्मानः
पद्मश्री 2014, अर्जुन पुरस्कार 2012, वर्ल्ड स्क्वॉश चैम्पियनशिप 2022, विन्नीपेग विंटर क्लब ओपन 2015, मकाउ स्क्वॉश ओपन 2013, मीड्वूड फार्मेसी ओपन 2013, क्रोकोडाइल चैलेंज कप 2011, ओरेंज काउंटी ओपन 2011.