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कैसे जीतेंगे टी20 विश्व कप 2022? नई दिल्ली। आईपीएल 2022 का लगभग आधा सीजन खत्म हो चुका है। आधे से ज्यादा टीमें छह मैच खेल चुकी हैं। गुजरात अब तक सबसे मजबूत टीम नजर आई है, जबकि मुंबई छह में से कोई मैच नहीं जीत सकी है। भारतीय टीम ने रोहित की कप्तानी में वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद माना जा रहा था कि आईपीएल के जरिए टीम इंडिया 2022 में होने वाले टी20 विश्व कप की तैयारी करेगी। खासकर 2021 टी20 विश्व कप में भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन के बाद पहले से ही तैयारियों पर जोर दिया जा रहा था, लेकिन इस आईपीएल में भारत के सभी बड़े खिलाड़ी फ्लॉप रहे हैं। कप्तान रोहित से लेकर विराट और बुमराह तक कोई भी मैच जिताने वाला प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। इससे भारत की चिंता बढ़ गई है। भारत के लिए रोहित शर्मा और केएल राहुल पारी की शुरुआत करने के लिए पहली पसंद हैं। राहुल तो इस सीजन में शतक लगा चुके हैं, लेकिन दो बार शून्य के स्कोर पर भी पवेलियन लौट चुके हैं। खासकर बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के खिलाफ उनकी कमजोरी बनी हुई है। वहीं कप्तान रोहित खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। रोहित न तो अपनी टीम को जिता पा रहे हैं और न ही खुद रन बना रहे हैं। राहुल ने छह मैचों में 47 के औसत और 144 के स्ट्राइक रेट से 228 रन बनाए हैं। वहीं रोहित इतने ही मैचों में 19 के औसत से 114 रन बना पाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट 129 और सबसे बड़ा स्कोर 41 रन रहा है। टीम इंडिया के लिए मध्यक्रम में विराट कोहली और ऋषभ पंत का खेलना तय है, जबकि पांचवें नंबर पर श्रेयस या सूर्यकुमार को मौका दिया जा सकता है। इनमें से तीन खिलाड़ी खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। विराट ने छह मैच में 119 रन बनाए हैं। उनका औसत 23.80 और स्ट्राइक रेट 125 का रहा है। वहीं पंत ने पांच मैचों में 144 रन बनाए हैं। उनका औसत 36 और स्ट्राइक रेट 146 का रहा है, लेकिन किसी भी मैच में वो अपनी टीम के लिए मैच जिताऊ पारी नहीं खेल पाए हैं। श्रेयस अय्यर ने छह मैच में 30.20 के औसत और 139 के स्ट्राइक रेट से 151 रन बनाए हैं। उनका सबसे बड़ा स्कोर 54 रन है। अय्यर भी अब तक कोलकाता के लिए मैच जिताऊ पारी नहीं खेल पाए हैं। हालांकि, सूर्यकुमार यादव जरूर अच्छी लय में हैं और उन्होंने चार पारियों में 66 के औसत से 200 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट भी 153 का रहा है। हालांकि, सूर्यकुमार यादव भी अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए हैं। भारत के लिए मैच फिनिश करने की जिम्मेदारी वेंकटेश अय्यर, रवींद्र जडेजा पर रहेगी। जरूरत पड़ने पर अश्विन को भी बल्ले से कमाल दिखाना होगा, लेकिन ये तीनों ही खिलाड़ी खराब दौर से गुजर रहे हैं। जडेजा ने पांच मैच में कुल 66 रन बनाए हैं और चार विकेट लिए हैं। उनकी इकोनॉमी 8.23 की रही है। वहीं वेंकटेश के बल्ले से छह पारियों में 103 रन निकले हैं। उनका औसत 20 और स्ट्राइक रेट 104 का रहा है। वहीं, गेंदबाजी के दौरान वो कोई विकेट नहीं ले पाए हैं। अश्विन ने भी अब तक कोई कमाल नहीं किया है। पांच मैचों में उनके नाम सिर्फ एक विकेट और 37 रन हैं। जडेजा की जगह अक्षर पटेल को मौका दिया जा सकता है, लेकिन वो भी लय में नहीं हैं। उन्होंने पांच मैच में 78 रन और एक विकेट लिया है। गेंदबाजों में भी चहल को छोड़ कोई लय में नहीं गेंदबाजी में चहल शानदार लय में हैं और 12 विकेट लेकर पर्पल कैप की रेस में सबसे आगे हैं। वहीं भुवनेश्वर ने पांच, शमी ने सात और बुमराह ने चार विकेट लिए हैं। यचारों गेंदबाज भारत की पहली पसंद रहे हैं। ऐसे में टीम इंडिया के विश्व कप जीतने का सपना फिर से चकनाचूर होता दिखा दे रहा है। वहीं विदेशी खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। विकेट लेने के मामले में तीन विदेशी गेंदबाज टॉप 10 में हैं। वहीं रन बनाने के मामले में भी तीन बल्लेबाज टॉप 10 में शामिल हैं। बैकअप खिलाड़ियों का अच्छा प्रदर्शन भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि बेंच में बैठने वाले खिलाड़ी अच्छी लय में हैं। कुलदीप यादव से लेकर आवेश खान और टी नटराजन, खलील अहमद जैसे खिलाड़ी गेंदबाजी में कमाल कर रहे हैं। वहीं हार्दिक पांड्या, शुभमन गिल और शिवम दुबे बल्ले के साथ अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर आने वाले मैचों में भी बड़े खिलाड़ी लय में नहीं लौटते हैं तो चयनकर्ताओं को कड़े फैसले लेकर अपनी टीम को जीत दिलानी होगी।