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हार्दिक पांड्या के एक रनआउट ने पलट दिया मैच मुम्बई। भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या लंबे समय बाद अपने रंग में दिखे। उन्होंने बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी और फिल्डिंग में शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच में अपनी टीम गुजरात टाइटंस को जीत दिलाई। हार्दिक ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से एक बार फिर साबित कर दिया कि देश में उनसे बेहतर कोई ऑलराउंडर नहीं है। अपनी फिटनेस का प्रमाण देते हुए उन्होंने टीम इंडिया में वापसी के लिए दावा ठोक दिया है। स्टार खिलाड़ियों के बिना आईपीएल में उतरने वाली गुजरात ने पांच मैच में चौथी जीत दर्ज कर ली है। फ्रेंचाइजी ने नीलामी में अपेक्षाकृत कम स्टार खिलाड़ियों को खरीदा। बड़े नामों में उसके पास हार्दिक, राशिद खान, शुभमन गिल के अलावा मोहम्मद शमी और लोकी फर्ग्यूसन ही हैं। टीम ने उपयोगी खिलाड़ियों की बदौलत शानदार प्रदर्शन किया है। दूसरी ओर, इस आईपीएल की सबसे मजबूत टीम बनकर सामने आने वाली राजस्थान रॉयल्स को पिछले तीन मैच में दूसरी हार मिली है। टीम के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी देखने को मिली है। मैच में टर्निंग पॉइंट राजस्थान ने पावरप्ले (1-6 ओवर) में तीन विकेट गंवाने के बावजूद धमाकेदार प्रदर्शन किया। उसने 193 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 65 रन तो पावरप्ले में ही बना लिए थे। बल्लेबाजी क्रम को देखकर ऐसा लगा कि राजस्थान की टीम आराम से मैच जीत जाएगी। तभी आठवें ओवर की तीसरी गेंद पर हार्दिक पांड्या ने बेहतरीन फिल्डिंग का नमूना पेश किया। उन्होंने विपक्षी कप्तान संजू सैमसन को एक डायरेक्ट थ्रो पर रनआउट कर दिया। सैमसन इस आईपीएल में शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने एक अर्धशतक की मदद से चार मैच में 102 रन बनाए थे। इस मैच में वे अच्छी लय में दिखाई दे रहे थे। एक छक्के की मदद से 11 रन बना लिए थे। वे मैच को अपने दम पर जीत सकते हैं। हार्दिक के थ्रो पर सैमसन के रनआउट होने के बाद राजस्थान की टीम दबाव में आ गई। उसके बाद कोई भी बल्लेबाज लंबी पारी नहीं खेल सका। टीम को करारी हार मिली। राजस्थान के लिए मैच में क्या-क्या हुआ? सकारात्मक पक्ष: राजस्थान के लिए बल्लेबाजी में जोस बटलर ने एक बार फिर से धमाकेदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 24 गेंदों पर 54 रन ठोक दिए। उनके अलावा शिमरॉन हेटमायर ने अच्छी बल्लेबाजी की। गेंदबाजी में प्रसिद्ध कृष्णा पहले से ज्यादा सधे नजर आए। युजवेंद्र चहल ने हमेशा की तरह एक बार फिर से प्रभावित किया। टीम की फिल्डिंग पहले के मैचों से बेहतर नजर आई। खिलाड़ियों ने अच्छे कैच पकड़े और रनआउट भी किए। नकारात्मक पक्ष: ट्रेंट बोल्ट की अनुपस्थिति में तेज गेंदबाजी में धार नजर नहीं आई। सीजन में पहला मैच खेलने वाले जेम्स नीशम प्रभावी नहीं दिखे। युवा कुलदीप सेन की जमकर धुनाई हुई। बल्लेबाजी में टॉप-5 में उतरने वाले देवदत्त पडिक्कल, रविचंद्रन अश्विन, संजू सैमसन और रसी वान डर डुसेन फेल रहे। रियान पराग और जेम्स नीशम मैच फिनिश नहीं कर पाए। गुजरात के लिए मैच में क्या-क्या हुआ? सकारात्मक पक्ष: बल्लेबाजी में कप्तान हार्दिक पांड्या, अभिनव मनोहर और डेविड मिलर ने कमाल किया। तीनों ने तेजी से बल्लेबाजी की और टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया। अभिनव ने एक बार से साबित किया कि क्यों उन्हें इस सीजन की खोज कहा जा रहा है। मिलर ने अपनी प्रतिष्ठा के अनुरुप अंतिम ओवरों में तूफानी बल्लेबाजी की। गेंदबाजी में राशिद खान, लोकी फर्ग्यूसन और हार्दिक ने शानदार प्रदर्शन किया। तीनों ने रन नहीं लुटाए। फर्ग्यूसन ने तीन विकेट लिए। हार्दिक को भी एक सफलता मिली। नकारात्मक पक्ष: लगातार मौके मिलने के बावजूद मैथ्यू वेड ने एक बार फिर से निराश किया। विजय शंकर की वापसी हुई, लेकिन वे फिर से फेल रहे। शुभमन गिल का बल्ला इस मैच में नहीं चला। शीर्ष तीन खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी में खराब प्रदर्शन किया। गेंदबाजी में मोहम्मद शमी और यश दयाल ने विकेट तो लिए, लेकिन महंगे साबित हुए। शमी की धार पिछले दो मैचों में गायब दिखी है। दयाल का यह पहला मैच था। उन्होंने तीन विकेट जरूर लिए, लेकिन लाइन-लेंग्थ में कमी दिखाई दी। गुजरात को लगातार मैच जीतने हैं तो सभी खिलाड़ियों को योगदान देना होगा।