News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
कहा- भाग्यशाली हैं टीम में माही हैं मुम्बई। रविंद्र जडेजा अपने कप्तानी कार्यकाल के शुरू में ही इस पद से जुड़े दबाव को महसूस करने लगे हैं, लेकिन उन्हें खुशी है कि दबाव की परिस्थितियों को झेलने में मदद करने में उनका साथ देने के लिए महेंद्र सिंह धोनी जैसा शांतचित खिलाड़ी चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में है। मौजूदा चैम्पियन चेन्नई को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के वर्तमान सत्र में अभी तक अपने तीनों मैच में हार का सामना करना पड़ा है। आईपीएल के 26 मार्च को शुरू होने से पहले धोनी ने जडेजा को कप्तानी सौंप दी थी लेकिन मैदान पर फैसलों में अब भी उनकी भूमिका अहम होती है। यही वजह है कि दुनिया में सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षकों में से एक जडेजा सीमा रेखा के करीब भी क्षेत्ररक्षण के लिए चले जाते हैं। लखनऊ सुपरजायंट्स के खिलाफ मैच में ऐसा लगा कि आखिरी ओवरों में धोनी ही फैसला कर रहे थे। उन्होंने ही शिवम दुबे को 19वां ओवर सौंपा था। जडेजा ने पंजाब किंग्स के खिलाफ रविवार को अपनी टीम की 54 रन की हार के बाद कहा, ‘नहीं, वह मैच (लखनऊ के खिलाफ) बड़े स्कोर वाला था और डीप मिडविकेट पर कैच लेने का मौका बन सकता था और ऐसे में हमें लगा कि हमारे अच्छे क्षेत्ररक्षक को वहां होना चाहिए। इसलिए मैं गेंदबाजों से अधिक संवाद स्थापित करने की स्थिति में नहीं था।’ जडेजा ने कहा, ‘माही भाई सुझाव देते हैं जो कि अच्छा है। उन्हें बहुत अनुभव है और हमें सलाह के लिए किसी और की तरफ देखने की जरूरत नहीं है। वह दिग्गज हैं तथा इतने वर्षों से कप्तानी करते रहे हैं। इस तरह का अनुभव केवल हमारी टीम में है, इसलिए हम भाग्यशाली हैं कि हमें उनकी सलाह मिलती है।’ जडेजा के कप्तानी कार्यकाल की शुरुआत निराशाजनक रही लेकिन उन्होंने कहा कि जब उन्हें नई भूमिका के बारे में बताया गया तो वे टीम की अगुवाई करने के लिए मानसिक रूप से तैयार थे। इस ऑलराउंडर ने कहा, ‘मुझे कुछ महीने पहले बता दिया गया था और तभी से मैं कप्तानी करने के लिये तैयार था। मैं मानसिक रूप से भी अगुवाई करने के लिए तैयार था। मुझ पर किसी तरह का दबाव नहीं था।’ चेन्नई को लगातार तीसरी हार का सामना करना पड़ा लेकिन जडेजा को विश्वास है कि एक जीत से चार बार के चैम्पियन के लिए चीजें बदल जाएंगी। उन्होंने कहा, ‘टी20 में लय हासिल करने के लिए केवल एक मैच की जरूरत पड़ती है और उसके बाद जीत की लय बन जाती है।’